अभी अभीः किसानों और पुलिस के बीच भीषण संघर्ष, लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले दागे, कई घायल-देंखे तस्वीरें

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हिसार। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रविवार को पानीपत और हिसार कस्बों में 500 बिस्तरों की क्षमता वाले दो कोविड अस्पतालों का उद्घाटन करने पहुंचे। हिसार पहुंचे सीएम खट्टर के सामने किसानों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरीकेड्स लगाए लेकिन किसान नहीं रुके। प्रदर्शनकारी किसान सीएम की तरफ बढ़ने लगे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए जमकर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।

मनोहर लाल खट्टर हिसार में कोविड केयर अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां पर उनके पहुंचने से पहले कृषि किसानों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान मौजूद थे। किसानों के विरोध की सूचना पर पुलिस प्रशासन ने यहां कड़ी तैयारियां की थीं। उद्घाटन स्थल के आसपास बैरीकैड्स लगाए गए थे लेकिन किसानों ने बैरीकेड्स तोड़ दिया।

कई किसानों के घायल होने की सूचना
बताया जा रहा है कि किसानों ने सीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और भारी संख्या में अस्पताल की ओर कूच करने लगे। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। आंसू गैस के गोली छोड़े। बताया जा रहा है कि पुलिस की लाठीचार्ज में कई किसान घायल हुए हैं।

पानीपत के अस्पताल का उद्घाटन करके पहुंचे थे हिसार
सीएम ने गुरुग्राम में दो और अस्पताल – 100 बेड का फील्ड अस्पताल और 300 बेड का कोविड केयर सेंटर का उदघाटन किया। पानीपत में रिफाइनरी के पास स्थापित अस्थायी कोविड अस्पताल का नाम गुरु तेग बहादुर संजीवनी कोविड अस्पताल रखा गया है। इस अस्पताल के लिए 25 डॉक्टर और 150 पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है।

सीएम ने किसानों से वापस जाने की अपील की
इस बीच, मुख्यमंत्री ने फिर से आंदोलनकारी किसानों से महामारी के कारण अपने घरों को वापस लौटने और सरकार द्वारा वायरस को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों को मजबूत करने में मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने पर किसान आंदोलन कर सकते हैं।

26 मई को किसान मनाएंगे काला दिवस
कृषि अध्यादेशों को रद्द कराए जाने की जिद्द पर अड़े किसानों ने अब 26 मई को दिल्ली के बॉर्डर पर काला दिवस मनाने की तैयारी की है। इसी दिन किसान आंदोलन के 6 माह भी पूरे हो रहे है। इसी के चलते किसान संगठनों ने किसानों के साथ इस दिन काला दिवस मनाए जाने के साथ-साथ सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किए जाने की भी बात कही है।

सीएम ने किसानों पर लगाया था गांवों में कोरोना फैलाने का आरोप
पंजाब की सबसे बड़ी जत्थेबंदी उग्राहा के नेता जोगेंद्र के अनुसार सरकार की हठधर्मिता ने सभी हदें पार कर दी है। लेकिन किसान भी अब पीछे हटने वाले नहीं है। जब तक कृषि कानूनों की वापसी नहीं होगी तब तक किसानों की घर वापसी भी नहीं होगी। यहां मीडिया के रूबरू हुए जोगेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा जिसमें हरियाणा के गांवों में कोरोना फैलाने के लिए किसानों को जिम्मेवार ठहराया गया है।

जोगेंद्र ने कहा कि किसान आंदोलन की वजह से एक भी गांव में कोरोना नहीं फैला है। किसान नेता ने यह भी कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन और हेल्पडेस्क को लेकर रविवार को सुबह 11 बजे संयुक्त मोर्चा की बैठक होने वाली है। इस बैठक में उक्त मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी मोर्चा अपनी बैठक में अहम फैसले लेगा।