- सुहागरात ही क्यों होती है, सुहागदिन क्यों नहीं, जानिये मजेदार वजह - April 25, 2024
- फोन में दिखे ये 8 संकेत, तो समझ जाएं हो रही है आपके फोन की जासूसी! - April 25, 2024
- वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकता बच्चा कैमरे में कैद, वीडियो देख भड़के लोग - April 25, 2024
शिमला. हिमाचल प्रदेश में पहली गोला-बारूद बनाने की फैक्टरी बनेगी. सरकार का दावा है कि इससे 8500 लोगों को रोजगार मिलेगा. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में यहां प्रदेश सरकार तथा मेसर्स एसएमपीपी प्राइवेट इण्डिया लिमिटेड के बीच प्रदेश में टैंक और तोपों के लिए एम्यूनिशन निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए 5000 करोड़ रुपये का समझौता ज्ञापन (MoU) हस्ताक्षरित किया गया.
हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति तथा मैसर्ज एसएमपीपी प्राइवेट इण्डिया लिमिटेड की ओर से प्रबंध निदेशक डाॅ. एस.सी. कांसल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस औद्योगिक परियोजना से लगभग 8500 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार मिलेगा. समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्योग नरेश शर्मा, मेसर्स एसएमपीपी प्राइवेट इण्डिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक आशीष कांसल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
मंडी में है गन फैक्टरी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मगवाईं में गन फैक्ट्री है. यह कई सालों से यहां सचालित हो रही है. इससे पहले, हिमाचल में कहीं भी गन फैक्ट्री नहीं थी. सोलन के नालागढ़ में अब यह फैक्ट्री खुलेगी. बता दें कि बद्दी, नालागढ़ और बरोटीवाला हिमाचल की औद्योगिक नगरी है.