आसाराम बापू को देखते ही बेकाबू हो गई महिलायें, दौड-दौडकर करने लगी…देंखे वीडियो

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जोधपुर। नाबालिग लड़की से रेप के मामले में जोधपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम को इलाज के अस्पताल लाया गया। इस दौरान आसाराम को देखने के लिए उसके समर्थकों की भीड़ अस्पताल के बाहर जुट गई। भीड़ हाथ जोड़ कर आसाराम की एक झलक पाने को बेताब थी। तभी पुलिस ने आसाराम समर्थकों पर लाठी भांजना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने वहां मौजूद रहे महिलाओं पर भी डंडे चलाए।

दरअसल जोधपुर जेल में बंद आसाराम को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। अस्पताल लाने की सूचना मिलते ही आसाराम के समर्थकों की भीड़ अस्पताल और उसके पास के सड़कों पर जुटने लगी। आसाराम के समर्थक हाथ जोड़ कर सड़क के किनारे खड़े होकर इंतजार करने लगे। आसाराम के समर्थक उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब थे।

जैसे ही पुलिस की गाड़ी आसाराम को लेकर भीड़ के पास से गुजरी तो वहां मौजूद लोग गाड़ी के नजदीक आने की कोशिश करने लगे। सड़क किनारे खड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जोधपुर पुलिस ने लाठी भांजना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से भगदड़ मच गई। भगदड़ मचने की वजह से भीड़ इधर उधर भागने लगी। भीड़ में काफी बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान पुलिस वालों ने महिलाओं पर भी लाठी बरसाए।

बता दें कि साल 2013 में एक नाबालिग लड़की ने आसाराम के ऊपर रेप के आरोप लगाए थे। लड़की के परिवार वालों ने दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद इस मामले को जोधपुर पुलिस को सौंप दिया था। बाद में जोधपुर पुलिस ने आसाराम को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया था।

साल 2014 में जोधपुर कोर्ट ने आसाराम पर रेप और अन्य अपराधों में आरोप तय किए थे। बाद में साल 2018 में आसाराम को नाबालिग से रेप का दोषी करार दिया गया था। जिसके बाद आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। साथ ही आसाराम के सहयोगी शिल्पी और शरतचंद्र को 20-20 साल की सजा सुनाई गई।