क्या आप बिल्कुल ठीक हो, बताएगी आपको ये दो लाइन, जानें घर बैठे कोरोना टेस्ट का तरीका

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नई दिल्ली। पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसे देश में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) भी कहा जा रहा है. इस बार भले ही देश में कोरोना से मौत की दर कम हो वहीं 150 करोड़ वैक्सीनेशन के चलते लॉकडाउन न लगा हो. इसके बावजूद आपको कोरोना से सतर्क रहने की जरूरत हैं.

ऑनलाइन मंगवाएं या खुद ले आएं
दरअसल अगर आपको भी लगातार कई दिनों से जुखाम बुखार या कोरोना के लक्षण महसूस हो रहे हैं तोआप घर बैठे-बैठे अपना कोरोना टेस्ट कर सकते हैं. टेस्ट करने के लिए आपको रैपिड एंटीजन किट की जरूरत होगी, जो बाजार में आसानी से मिल जाएगी.

इस होम किट के जरिए इस बात का पता चल जाएगा कि आप कोरोना पॉजिटिव हैं या निगेटिव. अगर आप में कोरोना के लक्षण हैं, लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट निगेटिव आता है तो आपको तुरंत RT-PCR टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि रैपिड एंटीजन टेस्ट कुछ पॉजिटिव मामलों में गलत रिपोर्ट दे सकता है.

ICMR ने दी इन 7 किटों को मंजूरी
देश में ICMR ने 7 होम टेस्टिंग किट्स को मंजूरी दी है. जिसके जरिए आप घर बैठे अपना टेस्ट कर सकते हैं. इनमें कोवीसेल्फ, पैनबायो, कोवीफाइंड, एंगकार्ड, क्लिनीटेस्ट, अबचेक और अल्ट्रा कोवी कैच होम किट शामिल है.

कहां और कितने में मिलेगी रैपिड एंटीजन होम टेस्ट किट?
रैपिड एंटीजन होम टेस्ट किट आपको आसानी से बाजार और तमाम वेबसाइट्स पर मिल जाएगी, जिसकी कीमत लगभग 250 रुपए से तीन सौ रुपये तक है. लेकिन आपको ये ध्यान रखना है कि ये किट असली हो यानी आईसीएमआर अप्रूव्ड किट ही लेनी है.

घर पर कोरोना टेस्ट करने का सुरक्षित तरीका
सबसे पहले किट को खोलकर उसके अंदर रखा सारा सामान टेबल पर रख लें. फिर किट में रखी एक्सट्रैक्शन ट्यूब को बाहर निकालकर उसे अच्छी तरह हिला लें ताकि उसमें भरा लिक्विड नीचे आ जाए. फिर स्टरलाइज नेजल स्वैब को बाहर निकालें. उस स्वैब को अपनी नाक में 2-3 सेंटीमीटर तक डालकर अच्छी तरह घुमाएं. इसके बाद स्वैब को एक्सट्रैक्शन ट्यूब में डुबोएं और अच्छी तरह हिलाएं. अब स्वैब को पहले से लगे एक निशान से तोड़ लें. उसके बाद एक्सट्रैक्शन ट्यूब को नोजल कैप से अच्छी तरह बंद कर दें. इसके बाद टेस्ट कार्ड की वेल में एक्सट्रैक्शन ट्यूब को दबाकर दो बूंद लिक्विड डालें. वहीं लिक्विड डालने के बाद 15 मिनट तक इंतजार करें.

कैसे पता चलेगा कोरोना पॉजिटिव हैं या निगेटिव?
दरअसल टेस्ट कार्ड पर C और T नाम के दो लेटर होंगे. अगर 15 मिनट बाद C के सामने रेड कलर की पट्टी दिखाई देती है तो आप निगेटिव हैं. वहीं अगर C के साथ T के सामने की पट्टी भी रेड कलर की दिखाई देती है तो आप कोरोना पॉजिटिव हैं. यहां पर आपको एक और चीज का ध्यान रखना है वो ये कि 15 मिनट यानी 15 मिनट कुछ सेकेंड ऊपर नीचे हो सकता है लेकिन 20 मिनट के बाद जो भी रिजल्ट दिखाई देगा उसे सहीं नहीं माना जाता है.

क्या इस किट से सही रिपोर्ट मिलती है?
अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई देते है और रैपिड एंटीजन टेस्ट में उसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो, उसे तुरंत RT-PCR टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि कई बार रैपिड टेस्ट पॉजिटिव मामलों को गलती से निगेटिव बता सकता है. यानी अगर रैपिड टेस्ट में किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है, तो वो सच में कोरोना पॉजिटिव है, लेकिन कई बार लक्षण होने पर भी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो भी वो पॉजिटिव हो सकता है. इसलिए RT-PCR जरूर करा लें और ऐसे सभी लोग RT-PCR की जांच रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रहें.

ऐसे स्थितियों में जरूर करें इस रैपिड एंटीजन टेस्ट का इस्तेमाल?
आप किसी भी भीड़-भाड़ वाली जगह जैसे बाजार, रेस्टोरेंट और खासकर पार्टी से आने के बाद आप अपना रैपिड होम टेस्ट कर सकते हैं. इसी तरह अगर आपके घर पर बच्चे की देखभाल के लिए कोई पार्ट टाइम या फुल टाइम बेबी-सिटर आती है, तो आप रैपिड टेस्ट के जरिए पता लगा सकते हैं कि बच्चा और बेटी-सिटर सुरक्षित हैं या नहीं.

अगर आपने घर के किसी बीमार या बुजुर्ग व्यक्ति के लिए केयरटेकर रखा है, तो उसकी भी रैपिड जांच जरूर करनी चाहिए. वहीं घर पर खाना बनाने या काम करने के लिए आपने कोई होम मेड रखा है, तो उनका भी टेस्ट आप रैपिड एंटीजन किट की मदद से कर सकते हैं.

अपनों की सुरक्षा जरूरी, सतर्क रहें सुरक्षित रहें
अगर आप अपने बुजुर्ग माता-पिता से मिलने गांव जा रहे हैं. किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहे हों या फिर आस-पड़ोस में किसी से मिलने जा रहे हैं, तो उसके पहले अपना रैपिड टेस्ट कर सकते हैं. वहीं एहतियातन लौटकर भी आप खुद को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा कर सकते हैं. खासकर अगर आप प्लेन, ट्रेन या बस में सफर करने के बाद घर पर लौट गए हैं, तो अपना रैपिड टेस्ट जरूर कर लें.

इसी तरह बहुत से लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, ऐसे लोगों के संपर्क में आने के बाद आपको अपना टेस्ट कर लेना चाहिए. वहीं अगर आपको खांसी-जुकाम जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो अपना टेस्ट करके देख लें कि ये मौसमी बीमारी है या फिर कोरोना के लक्षण हैं.