जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले कई जिलों में सपा में मचा घमासान, नेता निष्कासित

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लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले सपा में कई जिलों में घमासान मचा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बगावत के सुर तेज हो गए हैं। ऐसी स्थिति में पार्टी हाईकमान ने अब कड़ा रुख अपनाया है। बागपत में सपा जिलाध्यक्ष को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। कई नेताओं को चेतावनी भी दी गई है। वहीं पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव की बेटी ने भाजपा का दामन थाम लिया है।

पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार तय करने का निर्देश दिया है। अब तक करीब 25 उम्मीदवार घोषित भी हो चुके हैं। इस घोषणा के बाद बाद कई जिलों में गुटबाजी तेज हो गई। इसे देखते हुए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने कई जिलों के जिला पंचायत सदस्यों की परेड भी कराई जा चुकी है। कुछ जिलों के विधायकों एवं पूर्व विधायकों को बुलाकर समझाया गया है।

आपसी खींचतान रोकने के लिए सभी जिलों में समन्वय समिति भी बनाई गई है। यह समिति अध्यक्ष पद के दूसरे दावेदारों को भविष्य में समायोजित करने का आश्वासन देकर मना रही है। इसके बाद भी बगावत के सुर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी वजह से शुक्रवार को बागपत के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओंकार यादव एवं पूर्व जिलाध्यक्ष किरण पाल उर्फ बिल्लू प्रधान को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया।

इन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि जौनपुर, गोरखपुर, आजमगढ़, फिरोजाबाद सहित आठ जिलों के पूर्व विधायकों एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं को चेतावनी दी गई है। इनमें से कुछ को प्रदेश कार्यालय में भी तलब किया गया था। जल्द कुछ और पार्टी नेताओं पर भी कार्रवाई के संकेत मिले हैं।

सपा दिग्गज की बेटी भाजपा की उम्मीदवार
सपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव की बेटी मोनिका यादव को फर्रुखाबाद में भाजपा ने अपना समर्थित उम्मीदवार घोषित किया है। छह बार से विधायक रहे नरेंद्र सैफई परिवार के खास लोगों में गिने जाते रहे हैं। मोनिका ने दो दिन पहले सपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।