- मंडी में BJP प्रत्याशी कंगना रनौत ने निकाला रोड शो, बोलीं- यह मत सोचना कि हीरोइन…’ - March 29, 2024
- लालू ने किया ऐसा खेल कि ‘तीनों’ खाने चित हो गए पप्पू यादव, कन्हैया के अरमानों पर भी फिरा पानी - March 29, 2024
- हिमाचल को लेकर पूर्व सीएम का बड़ा दावा, ‘चार जून को एक नहीं दो सरकारें बनेगी‘ - March 29, 2024
पटना. बिहार लोक सेवा आयोग 12 फरवरी से होने वाली 68 वी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर इस बार बेहद सख्ती बरतेगा. आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि कदाचार मुक्त परीक्षा कराने को लेकर कई फैसले लिए गए हैं. बिहार लोक सेवा आयोग के अधिकारियों के अनुसार, इस बार परीक्षा में प्रश्नपत्र वायरल करने का अफवाह फैलाने पर 3 साल तक परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा. अगर किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ कोई अभ्यर्थी पकड़ा जाता है तो उस अभ्यर्थी को 5 साल तक परीक्षा देने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा, यानी उन्हें 5 साल तक परीक्षा से निलंबित कर दिया जाएगा.
केवल बिहार लोक सेवा आयोग के स्तर पर नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी होने वाली पीसीएस लेवल की परीक्षा और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा से भी वंचित करने का प्रावधान बनाया गया है. आयोग ने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से पेपर वायरल करने या अफवाह फैलानेवालों को सचेत हो जाना चाहिए. ऐसे अभ्यर्थियों को 3 साल के लिए निलंबित कर कार्रवाई की जाएगी.
आयोग के सचिव रवि कुमार और उप सचिव कुंदन कुमार ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि अभ्यर्थियों की सूची दूसरी राज्यों को भी भेजने का फैसला लिया गया है. इस बार 324 पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा 12 फरवरी को लेना तय किया गया है. आयोग के सचिव ने बताया कि 68 वी प्रारंभिक परीक्षा में बगैर पहचान पत्र को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. जिन अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन करते समय जिस पहचान पत्र का इस्तेमाल किया गया है उसे लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा.
इस बार प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों की उपस्थिति में ही खोला जाएगा. इस बार परीक्षा हॉल में परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे पहले तक प्रवेश देने का फैसला लिया गया है. आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार ऐसे परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जो पहले से किसी भी तरह की कार्रवाई के दायरे में नहीं हो और विवादित नहीं रहे हों. आयोग ने सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि आयोग द्वारा निष्पक्ष शांतिपूर्ण और कदाचार रहित आयोजित करने में अपना योगदान दें.