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मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण में शामली जिले की सीमा को शामली नगरपालिका की सीमा समाप्त होने के एक किमी आगे तक शामिल किया गया था। प्राधिकरण की सीमा विस्तार में डेढ़ साल पहले शामली नगर पालिका परिषद जिले के 14 गांवों को शामिल किया गया था, मगर जिले में मेरठ करनाल हाईवे का टपराना-शामली बाईपास, दिल्ली-शामली, सहारनपुर हाईवे का शामली बाईपास, पानीपत -खटीमा हाईवे का बलवा और बनत बाईपास के निर्माण होने के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की नए सिरे से सीमा विस्तार करने की तैयारी चल रही है।
नए सिरे से मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की सीमा में कैराना तहसील में पानीपत खटीमा हाईवे के यमुना ब्रिज से बीस किमी, मुजफ्फरनगर जिले की ओर बनत कृष्णा नदी पुल आठ किमी, शामली से पूरब दिशा में मेरठ की ओर सिभांलका बाईपास की तीन किमी, शामली-भौरांकला सिसौली मार्ग पर सेहटा गांव की ओर तीन किमी बाईपास, दक्षिण दिशा में दिल्ली रोड बलवा गांव की ओर पांच किमी, उत्तर दिशा में साईंधाम के पास सहारनपुर रोड क्राॅस जंक्शन, पश्चिमी दिशा की ओर टपराना बाईपास पांच किमी, शामली- भैसवाल रोड पर भैंसवाल गांव की ओर तीन किमी ग्रामीण क्षेत्र की भूमि को शामिल किया गया है। प्राधिकरण के नए सिरे से सीमा विस्तार में जिले के 55 गांवों में कैराना तहसील के 16 गांव, ऊन तहसील के तीन गांव शामली तहसील के 36 गांव को शामिल किया गया है।
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीना ने बताया कि प्राधिकरण की सीमा विस्तार काे अनुमोदन मंडलायुक्त सहारनपुर की ओर से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। शामली जिले के 55 गांवों की सीमा को सूची पर डीएम शामली रविंद्र सिंह के हस्ताक्षर के बाद सहारनपुर मंडलायुक्त डा़ ऋषिकेश भास्कर यशोद के हस्ताक्षर के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। शासन से मंजूरी के बाद मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की शामली सीमा की अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण की ओर से शामली जिले में विकास कार्य कराए जाने के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं। प्रस्ताव आने के बाद प्राधिकरण की ओर से विकास शुल्क की धनराशि जारी कर दी जाएगी।
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की सीमा विस्तार के बाद जिले के 55 गांवों में भवन निर्माण के नक्शे पास कराने होंगे। नक्शे पास कराने के बाद भवन निर्माण होगा। बिना नक्शे पास कराए भवनों को अवैध मानकर ध्वस्तीकरण किया जाएगा। आवासीय सुविधा, पार्क, सड़कें, सुंदरीकरण आदि सुनियोजित विकास होंगे।