गर्भवती पत्नी और मासूम बेटी का हत्यारोपी गिरफ्तार, किया दिल दहला देने वाला खुलासा

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रेवाड़ी: मुसलिम लड़की के प्यार में पागल होकर शादी करने के 6 साल बाद गर्भवती पत्नी और 4 साल की मासूम बेटी को मौत की नींद सुलाने के आरोपित दिनेश डाबरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह आर्थिक तंगी से बुरी तरह जूझ रहा था। कर्ज के दलदल में फंसने के बाद वह अपनी पत्नी और बेटी को मारने के बाद खुद भी मौत के आगोश में समा जाना चाहता था, परंतु दोनों की हत्या करने के बाद वह आत्महत्या की हिम्मत नहीं जुटा पाया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद एक दिन के रिमांड पर लिया है।

गत 6 मई को मॉडल टाउन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कृष्ण नगर स्थित एक मकान की तीसरी मंजिल के कमरे में मां-बेटी के बेड पर शव पड़े हुए हैं। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू की थी। यह शव किराए के मकान में रहने वाले करनाल के शेखपुरा निवासी दिनेश डाबरा की पत्नी साक्षी और उसकी बेटी अवनी के थे। पुलिस ने घटना की सूचना साक्षी के मायके पक्ष के लोगों को दी थी। घटना के बाद से दिनेश का फरार होना ही पुलिस के लिए संदेह का सबसे बड़ा कारण साबित हो रहा था। घटना की सूचना मिलने के बाद साक्षी उर्फ रूबीना के पिता शेखपुरा जहांगीर निवासी बशीर और अन्य परिजन रेवाड़ी आ गए थे। उसके पिता ने बताया था कि रूबीना ने उनकी मर्जी के खिलाफ धर्म बदलकर शादी की थी। उसने बेटी की हत्या के लिए दिनेश को जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस ने दिनेश डाबरा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी।

परेशान कर रहे थे कर्ज मांगने वाले
दिनेश ने पूछताछ में बताया कि बावल स्थित कंपनी में ऑपरेटर था और उसने कंपनी से एडवांस लोन व करीब अन्य बैंकों से लोन ले रखा था। उसकी इस शादी से उसके परिवार वाले व रिश्तेदार तथा साक्षी के परिवार वाले सख्त नाराज थे। कर्ज के कारण पैसे-पैसे का मोहताज हो गया था तथा मेरे पैसे मांगने वाले बार-बार पैसे देने बारे कहते थे। घोर आर्थिक तंगी के कारण मैने परिवार सहित सुसाइड करने का फैसला किया। इसके बाद दुसरी मंजिल पर डबल बैड पर पहले अपनी पत्नी की गला हाथ से दबाया उसके बाद चुन्नी से गला घोट दिया। फिर अपनी लड़की अवनी का हाथ से गला दबाया। उसके बाद स्वयं मरने की सोची, लेकिन मकान मालकिन की जीने में ऊपर आने की आवाज आ गई। इसके बाद वह कमरे से निकलकर बाहर चला गया। फिर वह खुद मरने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।