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भागलपुर: बिहार में पुल-पुलियों के गिरने और टूटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं गुरुवार को भागलपुर में एक और पुलिया बाढ़ की तेज धार में समा गया. भीषण बारिश और पानी के दबाव के कारण पीरपैंती-बाखरपुर मुख्य मार्ग पर बना मुस्तफापुर चौखंडी पुल ढेर हो गया. पुलिया टूटने की सूचना मिलने ही विभाग के अधिकारी और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे हैं. भागलपुर में पुल गंगा नदी में समाया: भागलपुर और पीरपैंती प्रखंड मुख्यालय से दियारा के लाइफ लाइन पर सड़क पर बना पुराना पुल तेज बारिश के बीच गिर गया, जिससे चार पंचायत का आवागमन बाधित हो गया है. पुल के ध्वस्त होने से पीरपैंती बाखरपुर मुख्य मार्ग से जुड़े बाखरपुर, बाबूपुर, मोहनपुर गोविंदपुर सहित कई गांव का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. वहीं पुल के ध्वस्त होने के बाद बाद से इलाके में अफरातफरी की स्थिति मच गई.
तीन साल पहले बनी थी पुल: जानकारी के अनुसार तीन वर्ष पहले पीरपैंती बाजार से चौखंडी, बाखरपुर, बाबूपुर होते हुए झारखंड को जोड़ने वाली करोड़ों के लागत से पुल बनाया गया था. इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी ने कराया था. इससे पहले भी चौखंडी के समीप पुल के जर्जर होने के कारण आवाजाही पर रोक लगाई गई थी. जिसकी वजह से लोगों को पहले से ही परेशानी हो रही थी.
कई गांवों का संपर्क खत्म: हादसे की सूचना मिलते ही बाखरपुर थाना के पुलिस मौके पहुंची है. वहीं पीरपैंती बाजार से चौखंडी, बाखरपुर, बाबूपुर और मोहनपुर गोविंदपुर होते हुए झारखंड को जोड़ने वाली करोड़ों के लागत से इस पुल को पीडब्ल्यूडी के तहत बनाया गया था, जिसमें चौखंडी गांव समीप पुल जर्जर स्थिति में छोड़ दिया गया था.
“पीरपैंती-बाखरपुर मुख्य मार्ग पर बना मुस्तफापुर चौखंडी पुलिया टूट गया. पुल आज करीब 12 बजे तेज धार के दौरान पुल गंगा नदी में समा गया. जर्जर होने की वजह से इस पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी.” -नागेंद्र गुप्ता, जिला जनसंपर्क अधिकारी, भागलपुर
“यह रास्ता तिरुपति और मिर्जा चौकी जाने वाले रास्ते के बीच के रास्ते को बाधित करेगा. यह सड़क तिरुपति बाजार से होते हुए बखनपुर, बाबूपुर होते हुए झारखंड की ओर जोड़ती थी. इस क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण सड़क मानी जाती थी. इससे पहले भी चौखंडी के समय पुल के जर्जर होने के कारण आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन लोग पैदल आना-जाना किया करते थे.”- स्थानीय निवासी
गंगा नदी खतरे के निशान से 73 सेमी ऊपर: भागलपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं कहलगांव अभी गंगा खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट की मुताबिक गंगा का जलस्तर घटता नहीं दिख रहा है. कल रात 10 बजे तक करीब तीन सेंटीमीटर और बढ़ने की संभावना है. जलस्तर में वृद्धि होने के कारण निचले इलाके पर फिर से एक बार बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.