
- कनाडा की ‘इकोनॉमी’ का गुब्बारा फूटा, हजारों लोग छोड़ रहे देश; आखिर ऐसी क्या आफत आ पड़ी - December 10, 2023
- उत्तराखंड में 70 दिन से लापता है घर का इकलौता बेटा, बेबस मां-पिता ने दी खुदकुशी की चेतावनी - December 10, 2023
- फिर दस्तक देने वाला है पश्चिमी विक्षोभ, हिमाचल में जोरदार बर्फबारी और बारिश का अलर्ट - December 10, 2023
भोपाल. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी वोटर्स को साधने में जुटी हुई है. इसमें बीजेपी की नजर एससी-एसटी, महिलाओं, युवाओं के बाद अब ओबीसी वोटर्स पर है. बीजेपी अब ओबीसी वर्ग के नाराज नेताओं को चुनावों से पहले साध रही है, जिससे हर विधानसभा सीट पर ओबीसी वोट बैंक को मजबूत कर सके. बीजेपी के बड़े नेता ओबीसी वोटर्स को साधने घर-घर जनसंपर्क कर खाका तैयार कर रहे हैं. क्योंकि 45% ओबीसी वोटर्स जीत-हार में निर्णायक हैं.
बीजेपी की नजर एससी-एसटी, महिलाओं, युवाओं के बाद अब ओबीसी वोटर्स पर है. एमपी में बीजेपी का कांग्रेस के मुकाबले पहले से ही ओबीसी वोट बैंक मजबूत रहा है. 2018 के विधानसभा चुनावों में कुछ सीट गंवाने के बाद बीजेपी अब 2023 में हर क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है. ओबीसी वर्ग के बीच मजबूत पकड़ वाले नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. ग्वालियर, बुदेलखंड, भिंड में ओबीसी वोटर्स के बीच अपनी पकड़ ज्यादा मजबूत करने पर फोकस है. प्रदेश में 40 से 45 प्रतिशत वोटर्स चुनावों में जीत और हार में निर्णायक हैं. चुनाव में भारी बहुमत से जीतने के लिए बीजेपी इस बार एक-एक वर्ग के लिए योजनाएं तैयार कर रही है.
बीजेपी- ओबीसी वोटर्स ही नहीं हर एक वर्ग को साधना हमारा लक्ष्य
बीजेपी का कहना है हमारी नजर तो हर एक वर्ग पर है. सबका साथ सबका विकास ही हमारा लक्ष्य है. महिला, पुरुष हों या अन्य वर्ग, हम सबके साथ हैं. एससी, एसटी, ओबीसी महिला, अल्पसंख्यक, युवा सबका विकास इस सरकार में हुआ है. सभी ने योजनाओं का लाभ लिया है. इसीलिए सभी से संपर्क भी करेंगे, चाहे छोटे नेता हो बड़े नेता हों, चाहे गांव में रहने वाले ओबीसी हो या फिर शहरों में रहने वाले एस-एसटी वोटर्स हों.