पति के करीबी दोस्त से ही अफेयर, शातिर मुजरिम की तरह पत्नी ने कराया मर्डर, नहीं होगा यकीन

Affair with husband's close friend, wife got murdered like a vicious criminal, will not believe
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भोपाल. भोपाल का जाना-माना प्लाइवुड कारोबारी बेहद खुशहाल था. समाज में पहचान के लिए अच्छे कारोबार के अलावा उसकी एक खूबसूरत पत्नी और प्यारी सी मासूम बच्ची थी. उसकी खुशहाल जिंदगी पर लहू की बरसात लाल जोड़े में उसके पास आई पत्नी और उसके दोस्त ने ही कर दी. शायद ही कोई यकीन करे कि वह इतनी खौफनाक वारदात का ताना-बाना बुन सकती है. भरोसा करना मुश्किल है कि हाईप्रोफाइल घर की पढ़ी-लिखी खूबसूरत महिला प्रेमी के हाथों अपने पति का कत्ल करवा सकती है. 11 नवंबर 2013 को मनीष की गोली मारकर हत्या की गई थी. हत्या के बाद शव को बुरी तरह जलाया गया था ताकि उसकी पहचान ना हो सके. भोपाल के बड़े कारोबारी मनीष तख्तानी और सपना की शादी 2007 में उनकी मर्जी से काफी धूमधाम से हुई. शादी के कुछ साल बाद उनके जिंदगी में नन्हीं परी आई तो मनीष की खुशियां सातवें आसमान पर पहुंच गईं. इसी बीच उसकी खुशियों को किसी की नजर लग गई.उसके बचपन के दोस्त हर्ष सलूजा के साथ मिलकर उसकी पत्नी ने हत्या करवा दी. 4 अगस्त 2016 को अदालत ने दोनों को उम्र कैद की सजा सुनाई.

दरअसल, 11 नवंबर 2013 की आधी रात भोपाल के बरखेड़ा पठानिया क्षेत्र में पुलिस को एक व्यक्ति की अधजली लाश मिली. लाश के पास एक खाली केन, माचिस, लाइटर मिला था. पुलिस ने लाश की तलाशी ली तो जेब में 4000 रुपयों के साथ एक गैस कंपनी की रसीद भी मिली. चेहरा बुरी तरह जल जाने के कारण इसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. पुलिस ने रात को ही गैस एजेंसी का कार्यालय खुलवाकर स्लिप की डिटेल ली.

गैस सिलेंडर की स्लिप पुलिस को मनीष के घर तक लाई
गैस सिलेंडर की यह छोटी-सी स्लिप भोपाल पुलिस को मनीष तख्तानी के घर तक ले गई. परिजनों से बातचीत कर पुलिस को मनीष के गायब होने की जानकारी तो मिली. यह भी पुष्टि हो गई कि अधजला शव मनीष का ही है. एडिशनल एसपी शैलेंद्र सिंह के मुताबिक बड़ा सवाल यह था कि मनीष की हत्या की कोई वजह सामने नहीं आई. मिलनसार और हंसमुख मनीष की किसी से दुश्मनी नहीं थी. न ही व्यापार में ऐसा कोई प्रतिद्वंदी नजर आया. परिवार में भी किसी तरह का तनाव नहीं था. लाख टके का सवाल यही था कि फिर मनीष की हत्या किसने और क्यों की ?

मनीष और सपना के कॉल डिटेल ने खोले राज
भोपाल पुलिस ने मनीष तख्तानी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई. कॉल डिटेल से मालूम हुआ कि मनीष की आाखिरी लोकेशन भोपाल के कस्तूरबा नगर में थी. पुलिस वहां पहुंची तो मनीष की कार भी मिल गई. कॉल डिटेल को और खंगाला गया तो एक अन्जान नंबर सामने आया, जिससे घटना वाले दिन मनीष को कई बार फोन किए गए. पुलिस ने उस अन्जान नम्बर के साथ-साथ शक के आधार पर सपना की कॉल डिटेल भी खंगालनी शुरू कर दी. पुलिस उस वक्त सन्न रह गई जब पता चला कि अन्जान नंबर मनीष तख्तानी की पत्नी सपना तख्तानी का था. सपना की कॉल डिटेल में देखकर पुलिस का शक गहरा गया और कड़ाई से पूछताछ की तो सपना अंततः टूट गई. उसने पुलिस को हर्षप्रीत के बारे में सब कुछ सच-सच बता दिया.

दरअसल, हर्ष सलूजा का परिवार और मनीष का परिवार कुछ समय पहले ईदगाह इलाके में एकदूसरे के पड़ोसी थे. बाद में मनीष ने पंचवटी कालोनी में अपना नया बंगला बनवाया और सपरिवार रहने लगा. हर्ष सलूजा के पिता ने भी अवधपुरी में अपना नया मकान बना लिया और वहां आकर रहने लगे. इस तरह से दोनों परिवारवालों ने ईदगाह वाला अपना-अपना मकान छोड़ दिया था.
हर्ष का परिवार भी मनीष की तरह संपन्न है.

सपना ने प्लान बनाया और हर्षप्रीत ने उसे अंजाम दिया
पुलिस ने हर्षप्रीत सलूजा को हिरासत में ले लिया. हर्षप्रीत ने मनीष हत्याकांड और पत्नी सपना के साथ अपने प्रेम प्रसंग के बारे में मुंह खोल दिया. उसने पुलिस को बताया कि नवंबर में सपना और वह दोनों मिलकर मनीष को हटाने का फैसला कर चुके थे. सपना ने ही इसका पूरा प्लान बनाया था. इसीलिए उसने मनीष को फोन किया और बहाने से भेल क्षेत्र के पास बुला लिया. मनीष जब वहां पहुंचा तो पहले से तैयार हर्षप्रीत ने कार में बैठे दोस्त मनीष तख्तानी के पेट और सिर में गोलियां मार दीं, जिससे मनीष ने कार में ही दम तोड़ दिया.

शव की पहचान न हो इसलिए लगा दी आग
हर्षप्रीत ने पुलिस को बताया कि प्लान के मुताबिक मनीष के शव को ठिकाने लगाना था. इसके लिए वह मनीष की कार को ड्राइव करके एक खंडहर हो चुके मकान में के पास ले गया. शव की पहचान छिपाने के लिए उसने डीजल छिड़ककर आग लगा दी. वह जलते हुए शव को छोड़कर मनीष की कार को लेकर दूसरे सुनसान इलाके में छोड़ आया. ताकि पुलिस कड़ियां सुलझाती रह जाए. भोपाल पुलिस के मुताबिक योजनाबद्ध तरीके से मनीष की हत्या और लाश को ठिकाने लगाने के बाद पति की हत्या में शामिल पत्नी सपना को हर्षप्रीत सलूजा ने फोन करके पूरी जानकारी दी.

उम्रकैद की सजा सुन हस पड़ी थी सपना

अपने पति मनीष की हत्या के मामले में शामिल सपना तख्तानी और हर्षप्रीत सलूजा के खिलाफ चार साल तक केस चला. कोर्ट ने जब दोनों को उम्र कैद की सजा सुनाई तो सपना के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी. लोगों का कहना है कि सजा सुन हर्षप्रीत रोने लगा था लेकिन सपना हंस रही थी.