उत्तराखंड सरकार को शराबी कर रहे हैं मालामाल

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काशीपुर। शराबी उत्तराखंड सरकार को मालामाल कर रहे हैं। अकेले राज्य कर विभाग ने ही व्यापार कर/वैट के रूप में शराब खरीदने वालों से 22 वर्षों में दो हजार दो सौ सतानबे करोड़ रुपये का कर वसूला है। इसमें वर्ष 2001-02 की तुलना में बीस साल में 18 गुना से अधिक वृद्धि हुई है। कोरोना काल के वर्ष 2020-21 में भी शराब पर कर वसूली बढ़ी है। उस साल वर्ष 2019-20 में वसूले गए दो सौ उन्नीस करोड़ से बढ़कर दो सौ सैंतालीस करोड़ रुपये की कर वसूली की गई।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने आयुक्त कर कार्यालय/वाणिज्य कर मुख्यालय से प्रदेश भर में शराब पर वसूले गए कर की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में राज्य कर मुख्यालय की लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त नीलम ध्यानी ने डिप्टी कमिश्नर (संख्या अनुभाग) दीपक बृजवाल से प्राप्त राजस्व आंकड़ों की प्रतियां उन्हें उपलब्ध कराईं हैं। इससे पहले भी नदीम ने वर्ष 2021 तक की कर वसूली संबंधी सूचना ले ली थी।

इस सूचना के मुताबिक शराब पर वित्तीय वर्ष 2001-02 में राज्य कर विभाग ने करीब सोलह करोड़ रुपये कर वसूला जो 2021-22 में 18.34 गुना बढ़कर तीन सौ सात करोड़ रुपये हो गया है।
वर्ष 2001-02 में करीब सोलह करोड़, 2002-03 में अठारह करोड़, 2003-04 में इक्कीस करोड़, 2004-05 में बाइस करोड़, 2005-06 में अठाइस करोड़, 2006-07 में दोगुना होकर करीब बत्तीस करोड़ रुपये का कर वसूला गया है।
वर्ष 2007-08 में अड़तीस करोड़, 2008-09 में इक्यावन करोड़, 2009-10 में सत्तावन करोड़, 2010-11 में चौरासी करोड़, 2011-12 में 5.79 गुना बयानबे रुपये कर वसूला गया है।
वर्ष 2012-13 में एक सौ आठ करोड़, 2013-14 में नब्बे करोड़, 2014-15 में एक सौ एक करोड़, 2015-16 में 2001-02 की तुलना में 9.13 गुना होकर एक सौ पैंतालीस करोड़ रुपये कर वसूला गया।
वर्ष 2016-17 में एक सौ सैंतालीस करोड़, 2017-18 में एक सौ छियासी करोड़, 2018-19 में दो सौ बीस करोड़, 2019-20 में दो सौ उन्नीस करोड़ और 2020-21 के कोरोना काल में भी दो सौ सैंतालीस करोड़, 2021-22 में बीस साल पहले 2001-02 की तुलना में 19.34 गुना होकर तीन सौ सात करोड़ रुपये कर वसूला गया। वर्ष 2022-23 में केवल अप्रैल, मई के दो माह में वर्ष 2001-02 की तुलना में 4.36 गुना करीब उनहत्तर करोड़ रुपये का कर शराब की बिक्री से राज्य कर विभाग ने वसूला है।