शिमला: हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की वजह से आई इस संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) की माता संसार देवी ने निजी बचत से आपदा राहत कोष में 51 हजार रुपये जमा किए. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि, सभी क्षेत्रों के लोग उदारतापूर्वक दान देने के लिए आगे आ रहे हैं. उनका निःस्वार्थ योगदान प्रदेश के आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक आपदा राहत कोष में 180 करोड़ रुपये से अधिक दान आ चुका है. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद भी हाल ही में एक मिसाल पेश करते हुए राज्य में जारी राहत एवं पुनर्वास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए निजी जमा पूंजी से 51 लाख रुपये आपदा राहत कोष में दान दिए हैं.
90 रुपए के मासिक वेतन में होता था गुजारा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं. मुख्यमंत्री के पिता रशिल सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम में ड्राइवर थे. 90 रुपये के मामूली मासिक वेतन में उनके परिवार के छह लोगों का गुजारा होता था. स्कूली पढ़ाई खत्म करने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जब छात्र राजनीति में कदम रखा, तो उनकी मां यह नहीं चाहती थीं कि सुक्खू राजनीति में जाएं. वह चाहती थीं कि सुखविंदर सिंह सुक्खू किसी सरकारी सेवा में जाएं, ताकि घर-परिवार का गुजर-बसर हो सके. सुखविंदर सिंह सुक्खू के पिता रशिल सिंह एचआरटीसी में ड्राइवर बनने से पहले गुजर-बसर के लिए टैक्सी और ट्रक भी चलाया करते थे.
लोगों ने CM सुक्खू के काम को सराहा
हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मां संसार देवी याद करती हैं कि, सुक्खू ने जब छात्र राजनीति में कदम रखा, तो वे इसे लेकर सहज नहीं थीं. वह चाहती थीं कि सुखविंदर सिंह सुक्खू कोई छोटी-मोटी सरकारी नौकरी कर लें, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो जाए. हर मां की तरह सुक्खू की मां संसार देवी की चिंता भी अपने बेटे के लिए स्वभाविक थी, लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह ठान लिया था कि वे राजनीति में ही अपना भविष्य बनाएंगे. छात्र राजनीति के बाद पहले पार्षद, फिर विधायक और अब सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर पहुंच चुके हैं.
आपदा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के काम की तारीफ न केवल वर्ल्ड बैंक और नीति आयोग ने की, बल्कि हिमाचल की जनता के साथ पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी सरकार के काम को सराहा. इस बीच मुख्यमंत्री ने जब अपने निजी खातों से 51 लाख रुपये की राशि राहत कोष में दान की, तब भी जनता ने मुख्यमंत्री की खूब वाहवाही की. अब मुख्यमंत्री की माता संसार देवी की ओर से 51 हजार रुपये का यह अहम योगदान एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है.