क्या आप भी हैं बार-बार यूरिन आने से परेशान? इन घरेलू उपायों से कम हो सकती है परेशानी

Are you also troubled by frequent urination? These home remedies can reduce the problem
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कई बार लोगों को महसूस होता है कि उन्हें सामान्य से ज्यादा बार पेशाब करने की इच्छा हो रही है. बार-बार पेशाब आना एक बड़ी परेशानी का कारण बन जाता है क्योंकि यह स्थिति दिनचर्या में दिक्कतें पैदा करती है और रात की नींद भी खराब करती है. कई मामलों में लोगों को शर्मिंदगी और असुविधा महसूस होती है.

myUpchar के अनुसार, बार-बार पेशाब आने के कारणों में मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई), मूत्र मार्ग से मूत्र का रिसाव होना, प्रोस्टेट बढ़ना, मूत्राशय की पथरी, गर्भावस्था, पेल्विस में ट्यूमर आदि शामिल हैं. यही नहीं, शराब का अत्यधिक सेवन, चिंता, डायबिटीज नियंत्रित न रहना भी इसके कारण हो सकते हैं. अगर दिन में 8 बार से ज्यादा पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है. ऐसे में किसी डॉक्टर से सलाह लें. हालांकि कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जिनसे बार-बार पेशाब आने की समस्या से राहत पाई जा सकती है. खास बात यह है कि इन उपायों से शरीर पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है.

तिल और गुड़

तिल और गुड़ को एक-एक चम्मच मिलाकर खाएं. इस उपाय को तब तक अपनाएं जब तक कि बीमारी के लक्षण गायब न हो जाएं. तिल में मौजूद तत्व शरीर में होने वाले संक्रमणों को कम करते हैं और इस समस्या से छुटकारा दिलाते हैं.

मेथी

मेथी के 10-15 बीजों को पीसकर उसका पाउडर बना लें और इसमें 1 चम्मच अदरक का पेस्ट व 1 चम्मच शहद मिलाकर खाएं. इस पेस्ट को केवल दिन में एक बार इस्तेमाल करें. मेथी में ऐसे रासायनिक यौगिक होते हैं जो पेशाब की समस्या को दूर कर सकते हैं.

दही

सुबह या दोपहर में 1 कटोरी दही रोज खाएं. दही में मौजूद प्राकृतिक एंटीबायोटिक्स शरीर के हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करते हैं. यह पाचन तंत्र और किडनी को भी स्वस्थ रखता है जिसकी वजह से पेशाब से जुड़ी दिक्क्तों से भी छुटकारा मिलता है.

दालचीनी

दालचीनी का सेवन किडनी को स्वस्थ रखता है, यह बार-बार होने वाली पेशाब की समस्या दूर करने में सहायक है. दालचीनी के पाउडर को रोजाना 3 से 4 बार आहार में मिलाकर खाएं.

आंवला

आंवला के सेवन से ब्लैडर का संक्रमण कम होता है और यह उसे मजबूत बनाता है. इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या कम होती है. इसके उपयोग के लिए सबसे पहले आंवले को पीस लें और उसमें शहद मिला लें. इसे केले के साथ खाने से ज्यादा फायदा होता है.

अनार का छिलका

अनार विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. यह मूत्राशय में होने वाले बैक्टीरिया से बचाता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं जबकि विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है, जिससे संक्रमण से लड़ना आसान होता है. इसके उपयोग के लिए अनार के छिलकों को पीसकर पेस्ट बना लें और उसमें आधा चम्मच पानी मिलाकर इस पेस्ट को पानी या दूध में मिलाकर पी लें.