नई दिल्ली: पूरे देश में आज जश्न का माहौल है। हरियाणा के छोरे ने देश का मान बढ़ाया है। नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने वर्ल्ड एथलेटिक्स में सिल्वर मेडल जीता है। वैसे तो देशभर के लोग आज सुबह से ही टीवी से चिपके हुए थे, लेकिन पानीपत में नीरज के गांव में हलचल कुछ ज्यादा थी। नीरज के घर पर गांववालों का जमावड़ा था। जैसे ही मेडल पक्का हुआ, सभी उछल पड़े। लड्डू बंटने लगे। नीरज की मां, चाची, दादी, आसपास की महिलाएं नाचने गाने लगीं। यहां गांव की एक परंपरा होती है जब कोई खुशी का मौका आता है तो लोकगीत पर महिलाएं झूमने लगती हैं। नीरज ने जब देश को ‘चांदी’ दिलाई तो मां ने बड़े गर्व से कहा, ‘बेटे से मेडल की पूरी उम्मीद थी।’ उन्होंने कहा कि बेटे से करीब एक साल बाद मिलूंगी, उसे अपने हाथों से चूरमा बनाकर खिलाऊंगा।
मेडल का रंग कोई भी हो…
नीरज की मां ने कहा कि मेडल का रंग कोई भी हो, गोल्ड हो या सिल्वर… मेडल तो मेडल होता है। ताली बजाते हुए मां ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि आज पूरे भारत को नीरज ने खुशी का मौका दिया है। शुरुआत में जब लड़खड़ाहट दिखी तो कैसा लगा? इस सवाल पर मां ने कहा, ‘एक बार तो घबराहट हो रही थी लेकिन दोबारा कवर किया तो बहुत खुशी हुई।’ उन्होंने कहा कि लोकगीत गाने का मकसद अपनी खुशी का इजहार करना है। नीरज की बुआ और ताई भी झूमती दिखीं।
मां ने बताया कि फोन पर आखिरी बार 15 दिन पहले बातचीत हुई थी। उसने कहा था कि मम्मी अच्छी तैयारियां चल रही हैं। घर आने पर स्वागत के बारे में पूछे जाने पर मां ने मुस्कुराते हुए कहा कि उसे चूरमा पसंद है, जब वह घर लौटेगा तो चूरमा बनाकर खिलाऊंगी। करीब एक साल बाद वह बेटे से मिलेंगी। घर में स्वागत की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
#WATCH | Villagers, family celebrates Neeraj Chopra's win in the World Athletics Championships at his hometown in Panipat, Haryana pic.twitter.com/WERadvQH1q
— ANI (@ANI) July 24, 2022