जयपुर. चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राजस्थान में नए 19 जिले और 3 नए संभाग बनाने की घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. अपनी इस घोषणा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के साथ बीजेपी (Congress-BJP) के नेताओं के विधानसभा क्षेत्रों को भी साधने की कोशिश की है. नए 19 जिलों में से अगर जयपुर जोधपुर को हटा दिया जाए तो शेष 17 जिलों में 5 नए जिले बीजेपी विधायकों की मांग पर दिए गए हैं. वहीं 2 नए जिलों की घोषणा निर्दलीय विधायकों की मांग को पूरा करते हुए की गई हैं. इसके साथ ही 10 जिले कांग्रेस विधायकों की मांग के चलते बनाए गए हैं.
सीएम अशोक गहलोत का यह दांव आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है. क्योंकि इन 19 नए जिलों में तकरीबन 60 से ज्यादा विधानसभा सीटें आती है. ऐसे में इस घोषणा से आने वाले चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है. नए जिलों और नए संभागों की घोषणा से विधायकों के साथ कई मंत्रियों के मन की मुराद भी पूरी की गई है. सीकर को संभाग बनाकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को कद बढ़ाया गया है.
तीन मंत्रियों की मांगें मानी
कोटपुतली को जिला बनाने से मंत्री राजेंद्र यादव को, डीग को जिला बनाने से मंत्री विश्वेंद्र सिंह और सांचौर को जिला बनाने से मंत्री सुखराम बिश्नोई की मांग पूरी हुई है. इसके साथ ही अनूपगढ़ को जिला बनाने पर बीजेपी विधायक संतोष बावरी, ब्यावर से विधायक शंकर सिंह रावत, फलौदी से विधायक पब्बाराम विश्नोई, सलूंबर से अमृतलाल मीणा और शाहपुरा को जिला बनाने पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल की मांग पूरी हुई हैं.
निर्दलीय विधायक नागर और मीणा की मांग हुई पूरी
वहीं दूदू के जिला बनने पर निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर और गंगापुरसिटी के जिला बनने पर निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की मांग पूरी हुई है. अगर कांग्रेस विधायकों की बात की जाए तो बालोतरा के जिला बनने पर विधायक मदन प्रजापत, केकड़ी से विधायक रघु शर्मा, डीडवाना-कुचामन से चेतन डूडी और विधायक महेंद्र चौधरी की मांग को पूरा कर दिया गया है. इसके अलावा खैरथल के जिला बनने पर विधायक दीपचंद खैरिया और नीमकाथाना के जिला बनने की घोषणा से विधायक सुरेश मोदी की मांग पूरी हुई है.
कुछ विधायकों की मांग रह गई अधूरी
इस बड़ी घोषणा के बाद भी कुछ विधायक ऐसे रह गए जिनकी मांग पूरी नहीं होने पर उनकी नाराजगी सामने आ गई है. बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हुए कांग्रेस विधायक संदीप यादव ने भिवाड़ी या तिजारा में से किसी को भी जिला नहीं बनाने पर राजस्थान सब रीजन इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट बोर्ड (RSRIDB) के चैयरमेन पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजे गए अपने इस्तीफे में कहा है कि मैने अपने क्षेत्र के विकास के लिए बिना किसी प्रोलभन के सरकार को समर्थन दिया था. लेकिन भिवाड़ी या तिजारा को जिला घोषित नहीं किए जाने कारण मेरे विधानसभा क्षेत्र तिजारा के नागरिकों को बहुत बड़ी निराशा हुई है.
बीजेपी विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने दी चेतावनी
वहीं मालपुरा से बीजेपी विधायक कन्हैयालाल चौधरी ने भी मालपुरा को जिला नहीं बनाने पर नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेसी नेताओं के बहकावे में आकर सीएम ने मालपुरा की बरसों पुरानी मांग को अधूरा छोड़ दिया. अगर इस घोषणा पर फिर से विचार नहीं किया गया तो मालपुरा कि लोगों के साथ मिलकर वे आंदोलन करेंगे.