अतीक अहमद का मेरठ में निकला बडा गडबडझाला, करोडों की जमीन पर बाबा का बुलडोजर फेरने की तैयारी!

Yogi said in the Legislative Council, sweated for six years, then people's perception about UP changed
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मेरठ। माफिया अतीक अहमद का मेरठ से भी कनेक्शन है। सांसद रहते हुए अतीक ने पत्र देकर करोड़ों की जमीन के अधिग्रहण में हस्तक्षेप किया था। उसके नाम की चिट्ठी से शास्त्रीनगर और जागृति विहार में कई जगह अधिग्रहण रुका था। जहां पर अब कॉलोनियों बसी है। इसकी जानकारी लगने पर एसटीएफ व मेरठ पुलिस-प्रशासन सक्रिय हो गया है। अब उसकी कुंडली खंगाली जा रही है।

पुलिस के मुताबिक प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या में अतीक अहमद के बेटे अशद सहित परिवार के लोग नामजद हुए हैं। इसके बाद प्रयागराज पुलिस सहित अन्य एजेंसियां अतीक के जुड़े गुर्गो पर बड़ी कार्रवाई में जुट गई हैं।

छानबीन में पता चला है कि अतीक की एक बहन की ससुराल मेरठ स्थित भवानीनगर, नौचंदी में है। यहां पर अतीक और उसके बेटों का आना-जाना है। अशद भी पहले मेरठ में कई बार फरारी काट चुका है।

वर्ष 2020 में दो लाख के इनामी अतीक के बेटे उमर की तलाश में एसटीएफ ने भवानीनगर में अतीक के बहनोई डॉ. इकलाक अहमद के घर में दबिश दी थी। यहां पर उमर का भाई अली मिला था।

उमर पर आरोप था कि उसने 2018 में लखनऊ के एक प्राॅपर्टी डीलर का अपहरण किया था। एसटीएफ मेरठ ने अली को नौचंदी थाने बुलाकर घंटों पूछताछ कर छोड़ दिया था। अब पुलिस ने अतीक, उससे जुड़े साथियों की संपत्ति का रिकॉर्ड खंगाला है। इसमें पता चला है कि अतीक ने सांसद रहते हुए मेरठ में कई महंगे भूखंडों का अधिग्रहण रुकवाया था। इसमें उसके नाम का पत्र लगा होना बताया गया है।

शीतगृह में बढ़ी पुलिस की निगरानी
अतीक के रिश्तेदारों का मेरठ में शीतगृह भी है। यहां अतीक के साथी पहले आते थे। उमेश पाल की हत्या के बाद यूपी पुलिस ने अतीक से जुड़े उसके साथियों पर कार्रवाई की प्लानिंग बनाई तो अफरातफरी मच गई। आशंका जताई जा रही है अतीक के साथी फिर से शीतगृह में आकर छिप सकते हैं। इसे देखते मेरठ पुलिस और एसटीएफ ने शीतगृह पर निगरानी बढ़ा दी है।