उत्तराखंड में खराब मौसम की मार, 15 जून तक केदारनाथ धाम के रजिस्ट्रेशन पर रोक, भूस्खलन से रास्ते ठप

Bad weather hits Uttarakhand, ban on registration of Kedarnath Dham till June 15, road stalled due to landslides
Bad weather hits Uttarakhand, ban on registration of Kedarnath Dham till June 15, road stalled due to landslides
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देहरादून: उत्तराखंड मौसम विभाग ने 2 जून तक मौसम का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आकाशीय बिजली चमकने के साथ तेज बारिश, ओलावृष्टि और 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान आने की संभावना है। सभी लोग सतर्क रहें। उत्तराखंड सरकार ने मौसम खराब होने और श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के कारण केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए ऑनलाइन नए पंजीकरण पर 15 जून तक रोक बढ़ा दी है। अब तीर्थयात्री 16 जून के बाद ही यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करा सकेंगे।

उत्तराखंड में जून महीने की शुरुआत बारिश और ओलावृष्टि से हो रही है। 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश, ओलावृष्टि के कारण तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। बारिश के कारण जहां पर्वतीय जनपदों में मौसम में ठंडक की अनुभूति हो रही है वहीं मैदानी जिलों में भी गर्मी नाम मात्र की महसूस हो रही है। भीषण गर्मी वाले महीने में बारिश के वजह से मौसम सुहावना हो रखा है और पर्यटकों को उत्तराखंड का यह मौसम काफी भा रहा है। चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के साथ ही पर्यटक भी बड़ी संख्या में उत्तराखंड पहुंचने लगे हैं। हालांकि बारिश के कारण पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन मई जून के महीने में इस ठंडे के मौसम का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक यहां खिंचे चले आ रहे हैं।

श्रद्धालुओं को करना पड़ रहा खराब मौसम का सामना
केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बारिश के कारण श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 1 जून को राज्य में आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछारें पड़नेअस ओलावृष्टि होने तथा 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान चलने की संभावना जताई है। जबकि 2 जून को कहीं-कहीं गर्जना के साथ ही आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछारें और ओलावृष्टी तथा तेज हवाएं चलने की संभावना बताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार मई माह में बारिश ने उत्तराखंड में अप्रैल का रेकॉर्ड भी तोड़ दिया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जिस हिसाब से पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश हो रही है, उससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है।

भूस्खलन से बाधित रहा यमुनोत्री नेशनल हाईवे
लगातार हो रही बारिश और यात्रा मार्ग पर आए मलबे के कारण यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए नए पंजीकरण ऊपर रोक लगाई गई है, लेकिन फिर भी लोग किसी न किसी तरह से धाम जाने के इच्छुक नजर आ रहे हैं। बुधवार को यमुनोत्री नेशनल हाईवे जगह-जगह भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बाधित रहा जबकि केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर बारिश का दौर देर शाम तक जारी रहा। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार धाम यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की पूरी जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा प्रारंभ करें।

गंगोत्री-यमुनोत्री पर भूस्खलन
प्रदेश में इस समय चार धाम यात्रा चल रही है। यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है, लेकिन बीच-बीच में हो रही बारिश और बर्फबारी उनके लिए परेशानी खड़ी कर रही है। इसलिए तीर्थयात्री पूरी जानकारी लेने के बाद ही यात्रा पढ़ने के लिए। उत्तरकाशी जनपद में मंगलवार से ही लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। बुधवार शाम को सांकरी-दबारमोटबगरकोट मी मलवा आने के कारण एक वाहन दब गया। एसपी उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी का कहना है कि जिले में देर रात से भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू बेंड, बंदर कोट आदि स्थानों पर भूस्खलन के साथ ही पहाड़ों से पत्थर और मलवा सड़क पर गिरा है, जो यात्रा करने वालों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।