TV से ‘चिपके’ रहने वाले हो जाएं सावधान! हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

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टीवी देखना (Watching TV) हमेशा दुनिया भर के अधिकांश लोगों की पसंदीदा चीजों में से एक रहा है. स्मार्टफोन के बाद टीवी ही है, जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है. लेकिन एक नई स्टडी में ऐसा खुलासा हुआ है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है. ज्यादा देर तक टीवी देखने से दिल पर काफी असर पड़ सकता है. नई स्टडी के अनुसार, लंबे समय तक टेलीविजन देखने की आदत से कोरोनरी हार्ट डिजीज (Coronary Heart Disease) का खतरा बढ़ सकता है.

कंप्यूटर चलाने वालों को खतरा नहीं
रिसर्चर्स ने यूके बायोबैंक के डेटा को यह समझने के लिए कम्पाइल किया है कि क्या स्क्रीन-आधारित गतिहीन व्यवहार जैसे टीवी देखना या अवकाश के लिए कंप्यूटर का उपयोग करना और किसी व्यक्ति के कोरोनरी हार्ट डिजीज के जोखिम के बीच कोई संबंध था.

एक घंटे टीवी देखना सही
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और हांगकांग विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा किए गए अध्ययन से पता चला है कि हर दिन एक घंटे से भी कम समय तक टेलीविजन देखने से कोरोनरी हार्ट डिजीज की घटनाओं को 11 प्रतिशत तक रोका जा सकता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि कंप्यूटर का उपयोग करके बिताया गया खाली समय बीमारी के जोखिम को प्रभावित नहीं करता है.

चार घंटे से ज्यादा देखने से बढ़ सकता है खतरा
टेस्ट के दौरान, उन्होंने पाया कि जो लोग प्रतिदिन चार घंटे से अधिक समय तक टेलीविजन देखते हैं, उनमें हृदय रोग का सबसे अधिक खतरा होता है. शोधकर्ताओं ने नोट किया कि जो लोग प्रतिदिन दो से तीन घंटे टीवी देखते हैं, उनमें स्थिति विकसित होने की दर 6 प्रतिशत कम थी. तुलनात्मक रूप से, जो लोग एक घंटे से भी कम समय तक टेलीविजन देखते थे, उनकी दर 16 प्रतिशत कम थी, जैसा कि अध्ययन से पता चला है.

अध्ययन के लिए, रिसर्चर्स ने 500,000 से अधिक लोगों के पॉलीजेनिक जोखिम स्कोर कम्पाइल किए. समय-समय पर, कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हमेशा कहा है कि गतिहीन जीवन कोरोनरी हृदय रोग के लिए प्राथमिक जोखिम कारकों में से एक है. मूल रूप से, शारीरिक रूप से एक्टिव रहने के बजाय लंबे समय तक बैठे रहने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.