BIG NEWS: मुजफ्फरनगर समेंत वेस्ट यूपी के इन जिलों में तबाही की आशंका, खतरे के निशान पर पहुंची गंगा

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मेरठ। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश से यूपी में गंगा किनारे खतरा बढ़ गया है। खासकर मेरठ समेत वेस्ट यूपी के गंगा किनारे क्षेत्रों को अलर्ट किया गया है। मेरठ में हस्तिनापुर के साथ ही खादर के इलाकों को प्रशासन ने एहतियातन खाली करा लिया है। लोगों के गंगा किनारे जाने पर रोक लगा दी गई है। डीएम के साथ अन्य प्रशासनिक और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर जायजा लिया। आपात स्थितियों से निपटने के लिए जनपद में एसडीआरएफ और पीएसी की बाढ़ राहत टीम को तैनात किया गया। बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए गए हैं। उधर, यमुना पर भी बाढ़ चौकियां बना दी गई हैं।

मुजफ्फरनगर में खतरे के निशान के निकट पहुंची गंगा
मुजफ्फरनगर में गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर खतरे के निशान के निकट पहुंच गया है बैराज के सभी 28 गेट खोल दिए गए हैं पानी तटबंध से टकराकर चल रहा है। फसले जलमग्न हो गई है। हालांकि अभी पानी किसी गांव में आबादी में नहीं घुसा है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है लोगों को रात में गंगा तट के खेतों पर नहीं जाने की सलाह दी गई है

हापुड़ में दो घंटे में 20 किलोमीटर फैल गया गंगा का पानी
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में भी गंगा उफान पर है। शनिवार शाम छह बजे तक एक मीटर जल स्तर बढ़कर 197.500 मीटर से 198.220 तक जा पहुंचा है। गंगा खादर में गंगा पानी करीब 20 किलोमीट में फैल चुका है। फिर से गंगा अमरोहा की तरफ से 5 किलोमीटर गढ़ की तरफ को आ गई है। पुलिस-प्रशासन लाउडस्पीकर से गांवों में अलर्ट का प्रचार कर रहे हैं।

बुलंदशहर में लगातार बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर
अहार, अनूपशहर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। शाम तक जलस्तर में 4 फीट की वृद्धि हुई है। गंगा के आसपास क्षेत्र में लगी पालेज जलस्तर बढ़ने से डूब गई है। डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि गंगा के आसपास के इलाके में बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।

सहारनपुर में बाढ़ से निपटने के लिए बनाई गई 25 बाढ़ चौकी
बारिश की शुरुआत हो चुकी है। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से भी तैयारी का दावा किया जा रहा है। बाढ़ से बचाव के लिए जिले में 25 बाढ़ चौकी बनाई गई है। बाढ़ से बचाव को 25 तटबंध है जिनकी लंबाई 79 किलोमीटर है। यमुना नदी पर 13 तटबंध हैं जिनकी लंबाई 13 किलोमीटर है। बाढ़ से निपटने के लिए 25 बाढ़ चौकी एवं जिला मुख्यालय के साथ हथिनी कुंड बैराज पर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से नांव व गोताखोर की भी व्यवस्था कर दी गयी है। शामली और बागपत में यमुना का जलस्तर फिलहाल सामान्य चल रहा है, जिले में 12 बाढ़ चौकियां स्थापित की गईं हैं।