Spicejet के 4 पायलटों ने क्रोएशिया में विमान में गुजारे 21 घंटे

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नई दिल्ली। निजी एयरलाइन स्पाइसजेट (Spicejet) के चार पायलटों को क्रोएशिया की राजधानी जागरेब में एक पूरा दिन विमान के अंदर ही गुजारना पड़ा। इसकी वजह यह थी कि उनके पास RT-PCR रिपोर्ट नहीं थी। स्पाइसजेट ने उनका अनिवार्य प्री-फ्लाइट RT-PCR टेस्ट नहीं कराया था। कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के बिना ही वे क्रोएशिया पहुंचे थे जहां उन्हें विमान से उतरने की अनुमति नहीं दी गई। इसकी वजह से पायलटों को करीब 21 घंटे विमान में ही गुजारने पड़े।

इन पायलटों में दो कमांडर और दो फर्स्ट ऑफिसर शामिल थे। मंगलवार को जागरेब में करीब 21 घंटे बोइंग 737 विमान के अंदर गुजारने के बाद पायलट दिल्ली लौट आए। वापसी में विमान में कोई यात्री या सामान नहीं था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना के लिए स्पाइसजेट को फटकार लगाई है।

स्पाइसजेट के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली से उड़ान भरने से पहले क्रोएशिया के अधिकारियों से एक ईमेल मिला था कि क्रू के लिए आरटी-पीसीआर जरूरी नहीं है। विमान के जागरेब पहुंचने पर क्रू को बताया गया कि ऑर्डर में बदलाव हो चुका है। भारत में कोरोना के मामले में अचानक आई तेजी के कारण अब सबके लिए आरटी-पीसीआर जरूरी कर दिया गया है। यह हमारे लिए भी हैरानी की बात थी।

यात्रियों के बिना वापस आया विमान
अधिकारी ने कहा कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम की पाबंदियों के कारण क्रू तुरंत वापस नहीं आ सकता था। इसलिए उन्हें विमान में सारी सुविधाएं मुहैया कराई गई और विमान की साफ-सफाई कराई गई। डीजीसीए से परमिशन ली गई। क्रू ने 21 घंटे तक विमान में आराम किया और फिर दिल्ली के लिए उड़ान भरी। क्रू के सभी सदस्यों का कहना है कि वे विमान में किए गए इंतजामों से खुश थे।

स्पाइसजेट ने 11 मई को दिल्ली-तिबलिसी-जागरेब पर उड़ान संख्या एसजी-9035 का संचालन किया था जिसमें 4 पायलट थे। आरटी-पीसीआर रिपोर्ट नहीं होने से क्रोएशिया के अधिकारियों ने उन्हें विमान से नहीं उतरने दिया। नियमों के मुताबिक पायलटों के लिए दो उड़ानों के बीच 21 घंटे का आराम जरूरी है। लेकिन इस मामले में पायलटों के लिए स्थिति सुविधाजनक नहीं थी। इसलिए स्पाइसजेट ने जागरेब से दिल्ली की उड़ान के लिए डीजीसीए से मंजूरी ली थी। सूत्रों के मुताबिक डीजीसीए ने स्पाइसजेट को यात्रियों के बिना उड़ान का संचालन करने को कहा था।