अभी अभीः सीएम योगी आदित्यनाथ के सुरक्षाकर्मी ने खुद को गोली से उड़ाया, मचा हडकंप

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात आरक्षी शेष कुमार सिंह (29) ने शनिवार सुबह महानगर की राजकीय कॉलोनी स्थित अपने क्वार्टर में सर्विस पिस्टल से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। मगर भतीजे ने जानकारी दी कि शेष कुमार सिंह को रविवार को गोरखपुर में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा देनी थी। ऐसे में परीक्षा से एक दिन पहले भला क्या हो गया कि उसने खुदकुशी कर ली। पुलिस छानबीन कर रही है।

मूल रूप से गोंडा के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के हड़ियागाड़ा गांव निवासी शेष कुमार सिंह उर्फ अन्नू सिंह (29) करीब चार साल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात था। वह महानगर इलाके की राजकीय कॉलोनी स्थित अपने सरकारी क्वार्टर में रहता था। शनिवार सुबह ड्यूटी से लौटने के बाद शेष कुमार सिंह ने अपने क्वार्टर में सर्विस पिस्टल से दाहिनी कनपटी पर गोली मार ली। गोली सिर को भेदते हुए बायीं ओर निकल गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के वक्त शेष कुमार सिंह का भतीजा विपुल सिंह भी क्वार्टर में था। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी।

शहर में चल रही डीजीपी कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी के चलते घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन महानगर इंस्पेक्टर दिनेश मिश्र मौके पर पहुंचे और छानबीन कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एडीसीपी (उत्तरी) प्राची सिंह का कहना है कि मामले में परिवारीजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जाएगी।

दरोगा भर्ती परीक्षा देने जाना था गोरखपुर
शेष कुमार सिंह के भतीजे विपुल सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा ने दरोगा भर्ती के लिए फॉर्म भरा था। रविवार को उन्हें दरोगा भर्ती परीक्षा देने गोरखपुर जाना था। विपुल बृहस्पतिवार को ही दिल्ली से अपने चाचा के पास लखनऊ आया था। शुक्रवार को वह उसके साथ लखनऊ में एक परिचित के यहां तिलक समारोह में भी गया था। विपुल के मुताबिक, चाचा ने शुक्रवार को अपने लिए नए कपड़े भी खरीदे थे। उनके व्यवहार से ऐसा कुछ नहीं लग रहा था कि वो किसी भी तरह के तनाव में थे। ऐसे में इस घटना से परिवारीजनों के साथ ही साथी पुलिसकर्मी भी हैरत में हैं।

भाई के सिर पर सेहरा बांधने का टूटा सपना
शेष कुमार सिंह दो भाइयों में छोटा था। उसका अभी विवाह नहीं हुआ था। पोस्टमार्टम हाउस में बिलखते हुए पहुंचे उसके बड़े भाई कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि अन्नू की शादी के लिए परिवार के लोग लड़की देख रहे थे। भाई के सिर पर सेहरा बांधकर धूमधाम से शादी का सपना देख रहे कृष्ण कुमार सिंह अचानक उसकी मौत से सदमे में हैं। रिश्तेदारों ने बताया कि शेष कुमार सिंह के पिता मंगरे सिंह भी पुलिस महकमे में दीवान थे। बहराइच में तैनाती के दौरान ही उनका निधन होने पर मृतक आश्रित कोटे से शेष कुमार सिंह की पुलिस में भर्ती हुई थी। परिवार में बुजुर्ग मां, पांच विवाहित बहनें और अन्य लोग हैं। पोस्टमार्टम के बाद परिवारीजन शव लेकर गोंडा रवाना हो गए।

2011-12 में पिता के स्थान पर मिली थी नौकरी
कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के हड़ियागाड़ा गांव निवासी शेष कुमार सिंह ने खुद को गोली मारकर हत्या कर ली। शेष कुमार मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात था। शनिवार की वह ड्यूटी करके बादशाह नगर स्थित सरकारी आवास पर पहुंचा था। थोड़ी देर बाद ही उसने अपने सर्विस रिवाल्वर से अपनी कनपटी पर लगाकर फायर कर दिया। हालांकि पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही तय होगा।

बताया जाता है कि गोली की आवाज सुनकर पास के कमरे में रह रहे युवक ने डायल 112 व गांव के प्रधान को दूरभाष पर सूचना दी। मौत की खबर गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया।

ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने बताया कि वर्ष 2009-10 में शेषकुमार सिंह के पिता मंगरे सिंह की मौत लम्बी बीमारी के कारण हो गयी थी। मंगरे सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में थे। पिता की मौत के दो साल बाद वर्ष 2011-12 में बेटे शेषकुमार सिंह उर्फ अन्नू सिंह को पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर नौकरी मिल गयी। नौकरी मिलने के कुछ दिन बाद ही शेष कुमार सिंह को सीएम की सुरक्षा में तैनाती मिल गई। मौजूदा समय सीएम योगी की सुरक्षा में ड्यूटी थी।

सुबह करीब 9 बजे सरकारी आवास में ही शेषकुमार सिंह 28 साल कनपटी से सटाकर रिवाल्वर से गोली मारकर आत्म हत्या कर लिया। मौत की सूचना मिलते ही गांव के प्रधान व मृतक के भाई कृष्ण कुमार सिंह व परिवार के लोग लखनऊ पहुँच गये। शेष कुमार की अभी शादी भी नहीं हुई थी । परिजन इस बार शादी करने की तैयारी कर रहे थे। परिवार के लोगों का रो-रोकर हाल बेहाल है। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।