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नई दिल्ली। पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह है और यह पूरी दुनिया जानती है. दुनिया जानती है कि पाकिस्तानी सरकार और सेना आतंकवादियों का पालन-पोषण करती है और फिर इनको भारत सहित पूरी दुनिया में दहशत फैलाने के लिए एक्पोर्ट किया जाता है. लेकिन कहावत है आग से खेलने वाला अपने ही हाथ जला बैठता है. कई बार यह आतंकवादी पाकिस्तान में ही हमला करके यहां की सरकार और सेना को जबरदस्त नुकसान और दर्द पहुंचाते हैं. ऐसा ही एक हमला आतंकवादियों ने बलूचिस्तान में किया.
पाकिस्तान के अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के केच जिले में सुरक्षा बलों की एक जांच चौकी पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में दस सैनिकों की मौत हो गई. पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सेना के मीडिया विभाग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने कहा कि आतंकवादियों ने यह हमला 25-26 जनवरी की रात को किया था.
सेना के मुताबिक इस हमले में 10 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि सेना की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया और कई अन्य घायल हो गए. सेना ने तीन आतंकवादियों को पकड़ लिया है. इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है.
पाकिस्तान अपने ही देश के नागरिकों पर अत्याचार करता है और यह बात भी पूरी दुनिया जानती है. बलूचिस्तान के लोग 1947 में पाकिस्तान बनने के बाद से ही अपने लिए अलग देश की मांग करते रहे हैं. पाकिस्तानी सरकार और सेना बलूचिस्तान के लोगों को उनके अधिकार नहीं देते और उनको तरह-तरह की यातनाएं दी जाती हैं. इसके कारण बलूचिस्तान में कई विद्रोही गुट सक्रिय हैं.
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से चल रहे हिंसक विद्रोह का गढ़ बना हुआ है. बलूच उग्रवादी समूहों ने पहले भी इस क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) परियोजनाओं को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं.