‘गंभीर’ मीटिंग में पीएम मोदी ने किया ऐसा मजाक, बाइडन को भी मारने पडे ठहाके

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वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच यूं तो काफी गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन कुछ देर के लिए माहौल हंसी-ठहाकों से गूंज उठा. मीटिंग की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने कुछ ऐसा कहा कि बाइडेन अपनी हंसी नहीं रोक सके. दरअसल, औपचारिक अभिवादन के बाद जब दोनों नेता बात करने बैठे, तो प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में बाइडेन सरनेम की बात शुरू कर दी.

‘मैं कागजात भी साथ लाया हूं’

पीएम मोदी (PM Modi) ने यूएस प्रेसिडेंट कहा, ‘आपने भारत में बाइडेन सरनेम का जिक्र किया था. मैंने इससे जुड़े काफी कागजात ढूंढने की कोशिश की है. मैं इनमें से काफी कागजात अपने साथ भी लाया हूं. शायद आप इस मामले को आगे बढ़ा सकते हैं’. यह बात सुनते ही अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने हंसना शुरू कर दिया. इस दौरान, उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के भारत कनेक्शन पर भी चर्चा हुई.

Biden ने बताया था कनेक्शन

बाइडेन 2013 मे बतौर अमेरिकी उपराष्ट्रपति मुंबई आए थे. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि उनके दूर के कुछ रिश्तेदार मुंबई में रहते हैं. वहीं साल 2015 में वॉशिंगटन में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि 1972 में सीनेटर बनने के बाद उन्हें भारत में अपने एक रिश्तेदार का पत्र मिला था. इसमें पता चला कि उनके परिवार के एक पूर्वज ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे. उन्होंने कहा था कि मुंबई में बाइडेन परिवार के पांच सदस्य रहते हैं. किसी ने उन्हें मुंबई में रहने वाली बाइडेन फैमिली के फोन नंबर भी दिए थे.

इन्होंने लिखा था Biden को Letter

बाइडेन को चिट्ठी नागपुर के लेस्ली बाइडन ने लिखी थी. उनके पड़पोते नागपुर में रहते हैं. पत्र में दावा किया गया था कि उनका परिवार 1873 से ही यहां रह रहा है. लेस्ली की पड़पोती सोनिया बाइडेन फ्रांसिस नागपुर में मनोचिकित्सक हैं. सोनिया ने कहा कि लेस्ली बाइडेन नागपुर में रहते थे और उनका 1983 में निधन हो गया था. ‘इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया के अप्रैल 1981 के अंक को पढ़कर लेस्ली को तत्कालीन सीनेटर जो बाइडेन के बारे पता चला था. 15 अप्रैल 1981 को लेस्ली ने बाइडेन को एक पत्र लिखा था.

Kamala Harris की मां का जिक्र

मीटिंग के दौरान यूएस प्रेसिडेंट बाइडेन ने उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के भारत कनेक्शन पर भी चर्चा की. उन्होंने कमला हैरिस की मां का जिक्र करते हुए कहा कि वह भारत से थीं और जानी-मानी वैज्ञानिक थीं. बाइडेन ने आगे कहा कि आज के समय में लोगों को शांत और सहनशील बनने की जरूरत है. भारत के साथ संबंधों पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी साझेदारी पहले से ज्यादा मजबूत हो रही है.