सबसे बडा ट्रेन हादसाः आखिर कैसे भिडी 3 ट्रेनें? इस छोटी सी गडबड ने कर दी तबाही! पीएम मोदी ने…

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नई दिल्ली: उड़ीसा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की शुरुआती रिपोर्ट तैयार हो गई है। इस रिपोर्ट को रेलवे के कुछ सुपरवाइजर्स ने दुर्घटना स्थल का दौरा करने के बाद तैयार किया है। इसके मुताबिक दुर्घटना की मुख्य वजह सिगनल की गड़बड़ी है।

ड्राइवर ने सिगनल का पालन किया

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि 12841, कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर को बहनागा बाजार में थ्रू लाइन का ग्रीन सिगनल मिला। वह ट्रेन को 138 किलोमीटर प्रित घंटे की रफ्तार में ले जा रहा था। लेकिन कांटा कुछ ऐसा बना हुआ था कि ट्रेन मेन लाइन पर ही जाने के बजाय लूप लाइन में चली गई। वहीं इसकी एक मालगाड़ी से जबरदस्त टक्कर हुई।

कोरोमंडल के 21 डिब्बे पटरी उतरे

इस रिपोर्ट के मुताबिक मालगाड़ी से टक्कर में कोरोमंडल एक्सप्रेस के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इनमें से कुछ डिब्बे तो पलट गए हैं। कुछ डिब्बे अप मेन लाइन पर हैं, कुछ डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए हैं। कुछ डिब्बे डाउन मेन लाइन की तरफ भी चले गए। वहां कोहराम मच गया।

इस बीच आई बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट

इसी बीच डाउन मेन लाइन पर बेंगलुरु से हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट आ गई। इसकी कोरोमंडल एक्सप्रेस से टक्कर हो गई। इसमें हावड़ा सुपरफास्ट के भी दो डिब्बे बेपटरी हो गए। इसके डिब्बे भी पलट गए।

कितने की क्षति हुई?

इस दुर्घटना से रेलवे को कितने की क्षति हुई, इसका अभी अंदाजा नहीं लगाया गया है। इसका असेसमेंट बाद में किया जाएगा। फिलहाल रेलवे का ध्यान राहत और बचाव कार्यों पर है।

प्रधानमंत्री बालासोर जाएंगे, घायलों से मिलेंगे
पीएम नरेंद्र मोदी कुछ देर में घटनास्थल का दौरा करेंगे। वे अस्पताल में घायलों से भी मिलेंगे। इससे पहले उन्होंने रेल हादसे की समीक्षा के लिए हाई लेवल मीटिंग भी बुलाई थी।

प्रधानमंत्री के अलावा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सुबह बालासोर पहुंचे थे और उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए। इधर, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने बालासोर के अस्पताल का दौरा किया। राज्य सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।