बिहार में मजदूरी मांगने पर मजदूर की पीट-पीटकर हत्या, शव फेंका नदी में

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नालंदा। बिहार के नालंदा से दिल को दहला देने वाली एक घटना सामने आई है. यहां मजदूरी मांगने पर एक मजदूर की पीट-पीटकर हत्या (Nalanda Brutal Murder) कर दी गई. घटना नालन्दा जिले के चण्डी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर की है. जानकारी के मुताबिक धान रोपणी की मजदूरी के रूप में महज 10 किलो अनाज मांगने पर बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया और मजदूर को पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया.

सभी आरोपी घर छोड़कर फरार
मजदूरी के लिए की गई हत्या की घटना चण्डी थाना के बहादुरपुर गांव में घटी. मृतक पटना जिला के दनियावां थाना इलाके के कुंडली गांव निवासी सोमर रविदास का 25 वर्षीय पुत्र उपेंद्र रविदास है. रक्षाबंधन के मौके पर वह अपने ससुराल चण्डी थाना इलाके के योगिया गांव आया हुआ था. मृतक के साला सिंकदर रविदास ने बताया कि 15 दिन पूर्व बहादुरपर गांव निवासी दिनेश महतो के खेत में दोनों ने मिलकर धान की रोपणी की थी. इसी के एवज में मजदूरी के तौर पर 10-10 किलो चावल देने का आश्वासन दिया गया था. रविवार को दोनों साला-बहनोई ने दिनेश के घर पर जाकर मजदूरी की मांग की तो दिनेश और उसके सहयोगी गुस्सा हो गए और दोनों के साथ गाली-गलौज करने लगे. जब दोनों मजदूरों ने पर उसने विरोध जताया तभी उसने दोनों को पकड़ कर लाठी डंडे से पिटायी करने लगे. इस
घटना के बाद साला सिकन्दर ने भागकर जान बचाई.

मृतक के साले ने भागकर बचायी जान
पिटाई के दौरान सिकन्दर किसी तरह से बदमाशों के चंगुल से छूटकर मौके से फरार हो गया और थाने में घटना की जानकारी देने चला गया जबकि बदमाशों ने उसके बहनोई को लाठी डंडे से मारपीट कर मौत के घाट उतार दिया और मारने के बाद बोरे में बंद कर नदी में फेंक दिया. घटना की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की लेकिन तब तक सभी बदमाश गांव छोड़ फरार हो गये. सोमवार की सुबह शौच करने गए ग्रामीण को बोरे पर नजर पड़ी तब इसकी सूचना थाने को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बोरा खोल कर देखा कि उसमें उपेंद्र की लाश थी.

थानाध्यक्ष पूरे मामले की जांच में जुटे
इस मामले में थानाध्यक्ष रितुराज कुमार ने बताया कि बहादुरपुर छिलका से शव बरामद किया गया है. हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है, साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.