राजस्थान में भाजपा को लगेगा बड़ा झटका, 4 में से सिर्फ एक सीट की उम्मीद

BJP will get a big setback in Rajasthan, only one seat out of 4 is expected
BJP will get a big setback in Rajasthan, only one seat out of 4 is expected
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जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटें खाली होने जा रही है। कांग्रेस 3 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा की एक सीट पर जीत पक्की मानी जा रही है। जबकि 2 सीटों पर कांग्रेस की जीत तय है। चौथी सीट के लिए कांग्रेस और भाजपा में जोर आजमाइश होगी। कांग्रेस को तीन सीट जीतने के लिए निर्दलीय विधायकों की जरूरत पड़ेगी। प्रदेश के करीब 13 निर्दलीय विधायक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस 4 में से 3 राज्यसभा सीट जीतकर भाजपा को झटका दे सकती है। संभावना जताई जा रही है कि चौथी सीट भी कांग्रेस जीत सकती है। संख्या बल के हिसाब से 3 सीटों पर कांग्रेस की जीत पक्की मानी जा रही है।

आखिरी समय में जादूगर गहलोत की जादूगरी चल जाती है तो राज्यसभा की चारों सीटें कांग्रेस के खाते में आ सकती है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 4 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को मतदान होना है। राजस्थान से ओमप्रकाश माथुर, केजे अल्फोंस, राम कुमार वर्मा और हर्षवर्धन सिंह डूंगरपुर का कार्यकाल पूरा हो गया है। ये चारों सीटें भाजपा के पास थी। इनका कार्यकाल 4 जुलाई तक रहेगा।

निर्दलीय विधायक किंगमेकर

राजस्थान विधानसभा का मौजूदा गणित कांग्रेस के पक्ष में है। कांग्रेस के पास 108 विधायक, भाजपा के पास 71, निर्दलीय 13, आरएलपी 3, बीटीपी 2, माकपा 2 और आरएलडी के पास एक विधायक है। संभावना है कि मौजूगा संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस 4 में 3 राज्यसभा की सीट आसानी से जीत जाएगी। क्योंकि सभी निर्दलीय विधायक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे हैं। सभी निर्दलीय विधायकों का सीएम अशोक गहलोत से व्यक्तिगत मधुर संबंध है। यदि उलटफेर भी नहीं हुआ तो कांग्रेस भी कांग्रेस के राजस्थान से बूस्ट मिलेगा।

कांग्रेस को होगा फायदा

राजस्थान से राज्यसभा के 10 सांसदों में से 7 भाजपा, 3 कांग्रेस सांसद है। कांग्रेस की 2 और भाजपा की 1 सीट पर जीत तय है। इस लिहाज से कांग्रेस के सदस्यों की संख्या बढ़कर 5 और भाजपा की 4 रह जाएगी। कांग्रेस चौथी सीट भी जीत जाती है तो प्रदेश से उसके पास राज्यसभा में उसके पास सांसद भाजपा से ज्यादा हो जाएंगे। कांग्रेस से पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी है। वहीं भाजपा से किरोड़ी लाल मीणा, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राजेंद्र गहलोत है।