सोशल मीडिया पर वायरल हुई भाजपा के राजस्थान उम्मीदवारों की लिस्ट? मची खलबली, यहां देंखे

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Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajastha Assembly Election) के लिए BJP और कांग्रेस (Congress) ने अपनी-अपनी कमर कस ली है। दोनों ही दल उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करने से पहले खूब माथापच्ची कर रहे है। दिल्ली से जयपुर तक कई बैठकें भी चुकी हैं। इस बीच बूंदी (Bundi) जिले में एक खबर उड़ी कि बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो चुकी है। हालांकि, सच्चाई ये है कि दोनों पार्टियों में से किसी ने भी फिलहाल अपनी पहली लिस्ट तक जारी नहीं की।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस लिस्ट ने सभी को हौरान कर दिया। इस कथित लिस्ट में हिंडोली-नैनवा विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक और कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी को टिकट मिलने का दावा किया जा रहा था। इसके अलावा स्थानीय उम्मीदवार पुखराज ओसवाल के नाम की चर्चा भी होने लगी।

बस फिर क्या था, दोनों ही नेताओं के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। इतना ही नहीं प्रभुलाल सैनी ने तो इसे लेकर मीडिया में बयान भी दे दिया।

सैनी ने कहा, “अगर BJP पार्टी की ओर से हिंडोली नैनवा विधानसभा सीट पर मुझे चुनाव जीतने का आदेश मिलाता है, तो मैं पूरे जोर-शोर और आमजन के साथ, सभी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर, चुनाव जीतूंगा।”

हालांकि, उन्होंने आगे ये भी कहा कि अगर पार्टी मेरी जगह किसी और को मैदान में उतारती है, तो उनका समर्थन करूंगा और मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा।

हिंडोली नैनवा सीट पर BJP के सामने क्या चुनौती?

बूंदी की हिंडोली नैनवा सीट की इतना चर्चा इसलिए हो रही है, क्योंकि यहां से एक, दो या तीन नहीं बल्कि पूरे पांच-पांच दावेदार हैं। वो बात और है कि पूर्व विधायक प्रभुलाल सैनी का नाम इसमें सबसे ऊपर है। सैनी के बाद इस लिस्ट में राजाराम मीणा, ओम धगाल, पुखराज ओसवाल, कन्हैयालाल मीणा का नाम शामिल है।

कांग्रेस के लिए हिंडोली नैनवा सीट पर उम्मीदवार चुनने में इतनी मुश्किल नहीं होगी, क्योंकि उसकी तरफ से अशोक चांदना का नाम सबसे ऊपर है और उनके बाद कतार में केवल रुक्मणी मीणा ही हैं। वर्तमान में अशोक चांदना यहां से विधायक हैं।

ऐसे में बीजेपी के लिए अब चुनौती भी डबल हैं, पहली है- सही उम्मीदवार को टिकट देना आर दूसरा कांग्रेस से इस सीट को छीनना।

खबरों की मानें, तो बीजेपी ने राजस्थान के लिए अपने 48 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी। ऐसा माना जा रहा है कि 25 सितंबर को PM मोदी की जयपुर में होने वाली रैली के बाद ही पार्टी अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है।

वहीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी पिछले 10 दिनों से दिल्ली में हैं और लगातार BJP हाईकमान से बातचीत कर चुनावी रणनीति तैयार करने में लगी हुई हैं।

दूसरी तरफ इस चुनाव में वसुंधरा राजे सिंधिया की पार्टी में भूमिका को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी नहीं दिख रही हैं। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट में ऐसे कहा जा रहा है कि दिल्ली में व्यस्त होने के कारण वसुंधरा ने यात्रा की जिम्मेदारी अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह को दी है।