उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव का प्रचार थम गया। शनिवार की शाम 5 बजे से प्रचार पर रोक लगा दिया गया। मैनपुरी संसदीय सीट, रामपुर और खतौली मे विधानसभा सीट पर पांच दिसंबर को मतदान होगा। 8 दिसंबर को मतगणना होगी। वोटिंग के लिए रविवार को पोलिंग पार्टी रवाना होंगी। चुनाव में सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF, ITBP, PAC और पुलिस पर होगी।
मैनपुरी संसदीय सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हो गई थी। रामपुर विधानसभा सीट सपा नेता आजम खान को सजा के बाद खाली हुई। वहीं, खतौली सीट पर उपचुनाव भाजपा के विधायक विक्रम सैनी को अयोग्य करार देने के बाद हो रहा है।
मैनपुरी सीट पर यादव वोटर्स का दबदबा
मैनपुरी लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए 6 कैंडीडेट हैं। मैनपुरी में करीब 17 लाख वोटर हैं। इस सीट पर सबसे ज्यादा यादव वोटर्स की संख्या है। जो करीब 4.25 हैं। बीजेपी ने इस सीट से रघुराज शाक्य को उतारा है। मैनपुरी में शाक्य बिरादरी की भी अच्छी संख्या है। यहां शाक्य समाज के करीब 3.25 वोटर हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर ब्राह्मण वोटर्स हैं। इनकी संख्या करीब 1.20 लाख है। मैनपुरी के जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह के अनुसार, पांच दिसंबर को चुनाव होना है। इसके लिए जिले में 28 जोन और 163 सेक्टर बनाए गए हैं।
रामपुर सीट आजम को सजा के बाद हुई खाली
रामपुर उपचुनाव का मेन मुकाबला बीजेपी के आकास सक्सेना और सपा के असीम राजा के बीच है। आजम खान को सजा होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। क्षेत्र में करीब 388994 मतदाता हैं। इनमें 182052 महिला और 206904 पुरुष वोटर हैं। वहीं करीब 38 मतदाता थर्ड डेंजर हैं। यहां 166 मतदान केंद्र और 454 बूथ बनाए गए हैं। विधानसभा सीट पर सुरक्षा के नजरिए से 6 जोन और 34 सेक्टर बनाए गए हैं।
खतौली में बीजेपी विधायक हुए थे अयोग्य करार
मैनपुरी, रामपुर के बाद खतौली में भी मुख्य मुकाबल बीजपी और सपा में ही है। इससे पहले चुनाव में बीजेपी के विक्रम सैनी जीते थे। हालांकि वह आयोग्य करार दे दिए गए। अब इस चुनाव में उनकी पत्नी राजकुमारी सैनी को भाजपा ने टिकट दिया है। वहीं दूसरी तरफ सपा से समर्थन पाए रालोद के मदन भैया चुनावी मैदान में हैं। चुनाव शांति पूर्वक कराने केन लिए इस इलाके को 9 जोन और 37 सेक्टर में बांटा हैं। यहां 170 मतदान केंद्र और 369 बूथ बने हैं।