हिमाचल में टले उपचुनाव, आप भी जानिए क्या रही वजह

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शिमला: हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव को लेकर बड़ी खबर आई है। प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव टल गए हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने ये निर्णय लिया है। आयोग की तरफ से जारी एक अधिसूचना के मुताबिक मंडी लोकसभा सीट ओैर फतेहपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव नहीं होंगे। इन दोनों सीटों को खाली हुए छह महीने का समय पूरा हो रहा है तथा नियमों के तहत छह महीने के भीतर उपचुनाव करवाए जाना अनिवार्य हैं। फेस्टिीवल सीजन में कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका के चलते उपचुनावों को टाला गया है।

निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि राज्य के मुख्य सचिव की आपदा और फेस्टिवल सीजन की दलील को देखते हुए उपचुनाव को टालने का निर्णय लिया गया है। हिमाचल प्रदेश के अलावा आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, मेघालय, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड ओैर उत्तर प्रदेश में भी उपचुनाव टाले गए हैं। दरअसल इन राज्यों ने फेस्टिवल सीजन तक उपचुनाव नहीं करवाने का निर्वाचन आयोग से आग्रह किया था। आयोग ने संवैधानिक व्यवस्था को देखते हुए केवल पश्चिम बंगाल की एक सीट पर उपचुनाव करवाने का निर्णय लिया है।

बता दें कि मंडी लोकसभा सीट सांसद रामस्वरूप शर्मा ओैर फतेहपुर सीट विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से रिक्त हुई हैं। इसी तरह जुब्बल कोटखाई सीट विधायक नरेंद्र बरागटा और अर्की सीट विधायक व पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन से खाली हुई है। इन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने की संभावना न के बराबर है, क्योंकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में एक वर्ष से भी कम समय बचेगा। इस वजह से यह दोनों सीटें भी खाली रहने की संभावना है। हालांकि मंडी लोकसभा सीट पर कुछ समय बाद उपचुनाव हो सकता हैं, क्योंकि लोकसभा के आम चुनाव 2024 में होने हैं।