पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों ही जगहों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव चल रहा है। खनौरी में हालात बिगड़ गए हैं। यहां कई राउंड आंसू गैस छोड़ी और रबर बुलेट्स भी दागी गईं।
दो किसानों की मौत
जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई. इस दौरान दो किसानों की गोली लगने से मौत की खबर आ रही है, लेकिन अभी पुष्टि नहीं हुई है। 20 से ज्यादा किसान घायल हो गए है.
SI की मौत हुई
टोहाना बाॅर्डर पर तैनात हरियाणा पुलिस के अधिकारी एसआई विजय कुमार का निधन हो गया. ड्यूटी के दौरान अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ा , अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. आंदोलन के दौरान ड्यूटी पर अब तक तीन पुलिसकर्मियों मौत हो चुकी है.
चंडीगढ़ में हो सकती है किसानों संग सरकार की 5वीं बैठक
किसान आंदोलन को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार की कोशिशें लगातार जारी हैं. इसी क्रम में केंद्र और किसानों के बीच चंडीगढ़ में 5वें दौर की बैठक होने की संभावना है. इससे पहले, चार दौर की बैठक में कोई हल नहीं निकला है.
शंभू के बाद खनौरी बॉर्डर पर किसानों का उपद्रव, पुलिस ने ड्रोन से गिराया आंसू गैस
पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित शंभू बॉर्डर के अलावा खनौरी बॉर्डर पर भी भारी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान तैनात है. इस दौरान प्रदर्शकारियों ने हंगामा करते हुए पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें काबू करने के लिए ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले गिराए और प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ दिया.
बॉर्डर हुआ धुआं-धुआं! खनौरी पर किसानों ने जलाई पराली की गांठें, हरियाणा सीमा पर विजिबिलिटी शून्य
खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने पराली की गांठे जला कर पूरे इलाके को धुओं से भर दिया है। जिस कारण से शंभू बॉर्डर पर विजिबिलिटी शून्य हो गई है। अब यह हवा हरियाणा की तरफ होने के कारण धुंआ हरियाणा की तरफ जा रहा है।
किसान आंदोलन के बीच बीकेयू नेता राकेश टिकैत का बयान, कहा-आंदोलन रहेगा जारी; कल एसकेएम की बैठक
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर यूपी के मेरठ में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत का कहना है कि यह आंदोलन जारी रहेगा। बातचीत से ही समाधान निकल सकता है। एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) कल बैठक करेगा और तय करेगा कि क्या करना है।
हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से की अपील, जेसीबी और पोकलेन ना लाएं साथ
हरियाणा पुलिस प्रदर्शनकारियों से यह भी अपील करती है कि वह शांति बनाए रखें। कानून अपने हाथ में न लें और धारा 144 का उल्लंघन न करें। प्रदर्शनकारी पंजाब -हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश को मानें। जिसके मुताबिक सड़कों या राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को यातायात साधन के रूप में उपयोग करना मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन है। इसलिए हरियाणा पुलिस की अपील है की आप ऐसा न करें। आवागमन के लिए यातायात के अन्य साधन जैसे की रेल, बस आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी प्रकार भारी मशीनें जिनमें जेसीबी और पोकलेन जैसी चीजें धरना स्थल पर ना लाएं। क्योंकि शरारती तत्वों द्वारा इनका प्रयोग पुलिस बल पर हमला करने के लिए किया जा सकता है। जिससे जान-माल के नुकसान होने की संभावना है। अगर आप ज्ञापन देना चाहते हैं तो शांतिपूर्ण तरीके से दे सकते हैं। पुलिस को शांति व्यवस्था बनाने में अपना योगदान दें।