मध्य प्रदेश में कांटे की टक्कर, जानें भाजपा और कांग्रेस को मिल रहीं कितनी सीटें

Close contest in Madhya Pradesh, know how many seats BJP and Congress are getting
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भोपाल: मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता का मन जीतने के लिए भाजपा हो, चाहे कांग्रेस दोनों पार्टी ने पूरी ताकत लगा रहे हैं। जनता को लुभाने के लिए पार्टियां हर राजनीतिक दांव लगा रही हैं। भाजपा ने तीन केंद्रीय मंत्रियों, सात सांसदों सहित 79 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। हालांकि कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है।

भाजपा कांग्रेस दोनों में कांटे की टक्कर
इसके बावजूद प्रदेश में किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी और किसकी सरकार बन सकती है। जनता के बीच चर्चाओं का दौर चल रहा है। इधर भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर अपने दावे हैं। इन्हीं सब सवालों को लेकर हाल ही में एक न्यूज़ चैनल द्वारा सर्वे सामने आया है, जिसमें फिलहाल भाजपा कांग्रेस दोनों में ही कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है।

भाजपा को 108 से 114 सीटो का अनुमान
सर्वे के अनुसार यदि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होते हैं, तो भाजपा को 108 से 114 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 110 से 118 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही अन्य दलों को सिर्फ 3 से 7 सीटें मिलने की असार दिखाई दे रहे हैं। सर्वे के अनुसार मालवा निर्माण में कांग्रेस को 41-45 सीट मिलने का अनुमान है। जबकि यहां भाजपा पीछे चल रही है और उसे 21-24 सीटों के मिलने की उम्मीद है। महाकौशल में बीजेपी आगे चल रही है, और उसे यहां 18-22 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 16-20 सीटें मिलने की संभावना है। ग्वालियर चंबल संभाग में भाजपा की तुलना में कांग्रेस 26 से 30 सीटों के साथ बेहतर स्थिति में है।

संभाग में कांग्रेस की बेहतर स्थिति
जबकि भाजपा को भारी नुकसान हो रहा है। उसे करीब 6-9 सीटें मिलने का अनुमान है। मध्य भारत में भाजपा को कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करने और लगभग 22 सीटें हासिल करने की उम्मीद है। जबकि कांग्रेस को 12-14 सीटें मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है। इसी तरह विन्ध्य क्षेत्र में भाजपा को 20-22 और कांग्रेस को 6-8 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसी प्रकार बुंदेलखंड में भाजपा को 15-17 और कांग्रेस को 9-11 सीटें मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं।

भाजपा को 56 सीटों नुकसान
आपको बता दें कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 56 सीटों नुकसान के साथ 109 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस को 114 सीटें हासिल हुई थी। यदि वोट शेयर की बात करें तो सर्वे में भाजपा कांग्रेस में दोनों में कांटे की टक्कर होने से दोनों दलों को 42% वोट मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा को 2023 के चुनाव में 42.7 फ़ीसदी वोट और कांग्रेस को 42.9 फ़ीसदी वोट मिलने दिख रहा है। जबकि अन्य के खाते में 12.80 फीसदी वोट जा रहे हैं।