लखनऊ: फीफा वर्ल्ड कप-2022 का फाइनल तो कतर में हुआ, लेकिन जश्न लखनऊ में भी हुआ। नवाबों की नगरी में फुटबाल प्रेमियों के उत्साह को देखकर ऐसा लगा जैसे वे भारतीय टीम का हौसला बढ़ा रहे हों।
फुटबाल जैसे रोमांच का खेल माना जाता है, रविवार को अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच बिल्कुल वैसा ही मैच देखने को भी मिला। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी व्यस्ता के बीच समय निकालकर पांच कालीदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर फीफा वर्ल्ड कप का आनंद लिया।
मेसी हों या फिर एमबापे फैंस ने हर किक का आनंद लिया और 36 साल बाद अर्जेंटीना की जीत पर झूम उठे। कतर में विश्व कप के बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर तीसरी बार खिताब पर कब्जा जमाया। फुटबाल प्रेमी मैच के अंतिम क्षणों तक टीवी के सामने बैठे नजर आए। प्रशंसकों और हास्टल के खिलाड़ियों ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम, स्पोर्ट्स कालेज और इकाना स्टेडियम में इस जबरदस्त मुकाबले का लुत्फ उठाया। सर्दी की रात होने के चलते लोगों ने घर में ही टीवी पर मैच देखना ज्यादा ठीक समझा।
एक तरफ जहां प्रशंसक फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल के रंग में डूबे नजर आए तो, वहीं यूपी पुलिस ने भी लोगों के इंट्रेस्ट को देखते हुए जागरूकता अभियान चलाया। अर्जेंटीना के मशहूर खिलाड़ी मेसी ने शानदार गोल किया। मेसी के गोल दागते हुए वीडियो के साथ यूपी पुलिस ने बाइक से रोड पर स्टंट कर रहे युवकों के वीडियो को जोड़ा।
वीडियो में देखा जा सकता है कि मेसी तेजी से बॉल को इधर उधर निकालते हुए गोल दाग देते हैं। वहीं, बाइक सवार तीन युवक गाड़ी को लहराते हुए तेजी से फर्राटा भर रहे हैं। थोड़ी दूर आगे बाइक सवार अनियंत्रित होकर फिसल जाते हैं। यूपी पुलिस ने दोनों वीडियो की तुलना करते हुए सड़क सुरक्षा का बेहतरीन संदेश दिया। वीडियो को ट्वीट कर लिखा कि मेसी मैदान में किसी के साथ भी गड़बड़ी कर सकता है, लेकिन आप अपनी लेन में उसे अपना कवच मानकर चलें।
फीफा वर्ल्डकप को लेकर एक्सपर्ट की राय
यूपी के खेल निदेशक डाक्टर आरपी सिंह ने कहा कि, अरसे बाद किसी मैच के दौरान एक मिनट के लिए भी हटना मुश्किल लग रहा था। शुरुआत के 15 मिनट छोड़ दें तो पूरे मुकाबले के दौरान दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। आखिर में मेहनत के साथ किस्मत ने बाजी पलट दी।
इकाना स्पोर्ट्स सिटी के एमडी उदय सिन्हा कहते हैं कि, रविवार होने के चलते घर पर ही था। मेरा बेटा भी फुटबॉल का अच्छा खिलाड़ी है। पूरे परिवार के साथ बैठकर मैच का आनंद लिया। निश्चित रूप से ऐसे हाईवोल्टेज मुकाबले बहुत कम होते हैं। चैंपियन बनने के बाद मेसी की खुशी देखने लायक थी।