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कोटा। राजस्थान सरकार द्वारा सभी स्कूलों को फिर से खोलने की मंजूरी देने के बाद कोटा में कोचिंग संस्थान एक सितंबर से खुलने जा रहे हैं।
बहरहाल, कोचिंग संस्थानों ने छात्रों में कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए कई सुरक्षा मानकों की घोषणा की है। यह जानकारी संस्थान के मालिकों ने दी। उन्होंने बताया कि छात्रावासों एवं मेस में बायोमेट्रिक उपस्थिति के बजाए रजिस्टर के माध्यम से उपस्थिति दर्ज होगी जिसमें बुखार जैसी बीमारी के लिए कॉलम होगा और उन्हें नियमिति चिकित्सा देखभाल की सलाह दी जाएगी और चिकित्सा टीम उनकी निगरानी करेगी।
देश भर से करीब पौने दो लाख छात्र विभिन्न इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रति वर्ष कोटा आते हैं। शहर में करीब 35 से 40 बड़े कोचिंग संस्थान हैं।
ये छात्र करीब तीन हजार छात्रावासों में रहते हैं और मेस/ढाबों में खाना खाते हैं जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है जो कोविड-19 महामारी के कारण बुरी तरह प्रभावित है।
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संस्थानों का कहना है कि उन्होंने टीकाकरण सुनिश्चित किया है और कोविड-19 प्रोटोकॉल का प्राथमिकता के साथ पालन किया जाएगा।
जिला के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि छात्रों के शहर पहुंचने पर उनके टीकाकरण के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं और जिन छात्रों का टीकाकरण नहीं हुआ है उन्हें स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में प्राथमिकता के आधार पर टीका लगवाया जाएगा। कोटा के जिलाधिकारी उज्ज्वल राठौर ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि कोचिंग संस्थानों से कहा गया है कि छात्रों के शहर में पहुंचने पर उनकी आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट और टीका प्रमाण पत्र की जांच करें।