बेटी ने खोली कुंडी, प्रेमी ने दिया इंजेक्शन…डॉक्टर से सीखा तरीका, बीवी ने…

Daughter opened the latch, lover gave injection... Learned the method from the doctor, wife...
Daughter opened the latch, lover gave injection... Learned the method from the doctor, wife...
इस खबर को शेयर करें

नई दिल्ली: 17 साल की शादीशुदा जिंदगी, जान से भी ज्यादा प्यार करने वाला पति और दो बच्चों के साथ भरा-पूरा परिवार। हरियाणा के रोहतक की रहने वाली मनीषा की जिंदगी में सबकुछ था। पति टीचर की नौकरी करते थे और समाज में परिवार का एक अच्छा-खासा रुतबा था। रुपयों-पैसों की भी कोई कमी नहीं थी। फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि मनीषा अपने ही पति के खून की प्यासी हो गई। अपने पति को मौत देने का उसने जो तरीका चुना, उसे जानकर शायद आपके पैरों तले से भी जमीन खिसक जाए। अपने प्लान में मनीषा ने अपनी बेटी को भी शामिल कर लिया। सबकुछ उसके प्लान के मुताबिक हुआ था, लेकिन आखिर में उसका राज खुल गया।

इस कहानी की शुरुआत होती है साल 2007 से, जब सोनीपत के आंवली गांव में रहने वाले कृष्ण की शादी, रोहतक की मनीषा से हुई। कृष्ण एक जेबीटी टीचर थे और पत्नी के तौर पर मनीषा को पाकर काफी खुश थे। शादी के कुछ वक्त मनीषा ने एक बेटी और बेटे को भी जन्म दिया। दोनों की जिंदगी में सबकुछ ठीक चल रहा था कि एक दिन कृष्ण को पता चला कि उनकी पत्नी मनीषा अपने प्रेमी देवेंद्र उर्फ देवा से छिपकर बातें करती है। शुरुआत में कृष्ण ने मनीषा को समझाया लेकिन वो नहीं मानी। इस बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़े भी होने लगे। आस-पड़ोस में बातें ना बनें, इसलिए कृष्ण अपने परिवार के साथ करनाल में आकर रहने लगे।

प्रेमी को घर बुला लेती थी मनीषा
हालांकि, यहां आकर भी मनीषा ने अपने प्रेमी से बातें करना बंद नहीं किया। कुछ वक्त बाद कृष्ण ने सोनीपत की इंडियन कॉलोनी में अपना नया मकान बनाया और परिवार के साथ शिफ्ट हो गए। मनीषा अब भी अपने प्रेमी से बातें करती थी। अक्सर कृष्ण जब स्कूल जाते तो मनीषा अपने प्रेमी देवा को घर पर ही बुला लेती थी। कभी-कभी वो खुद भी उसके घर चली जाती। इस बारे में कृष्ण ने जब मनीषा के परिवार को बताया, तो उन लोगों ने उसे रोकने या समझाने के बजाय अपनी बेटी का ही साथ दिया। हारकर कृष्ण ने पंचायत बुलाई लेकिन उसमें भी कोई हल नहीं निकला। मनीषा के परिजनों ने धमकी दी कि अगर उनकी बेटी के साथ रोकटोक की गई तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।

रोक-टोक पर कृष्ण को मिलती थी धमकियां
परिवार का साथ पाकर मनीषा का डर खुल गया। अब वो कृष्ण के सामने ही अपने प्रेमी देवा से वीडियो कॉल पर बातें करने लगी थी। यही नहीं, उसने अपनी नाबालिग बेटी के साथ भी देवा की बातें करानी शुरू कर दी। कृष्ण ये सबकुछ देखने के बावजूद मजबूर थे। जब कभी वो कुछ कहते तो मनीषा का प्रेमी उन्हें जान से मारने की धमकी देता। परेशान होकर 22 अप्रैल को कृष्ण ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और उसी दिन मनीषा अपने प्रेमी के साथ चली गई। जब दो दिन तक मनीषा नहीं लौटी तो कृष्ण ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसी बीच 13 मई को कृष्ण की बहन के पास मनीषा की एक सहेली का फोन आया और उसने बताया कि आपके भाई के घर में उसकी लाश पड़ी है।

मनीषा ने पूछताछ में बयां कर दी पूरी कहानी
खबर मिलते ही परिजन कृष्ण के घर पहुंचे तो देखा कि उनकी लाश बेड पर है। शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं था। शुरुआत में लगा कि शायद हार्ट अटैक या किसी और सामान्य वजह से कृष्ण की जान गई है। लेकिन, कृष्ण के भाई चांद सिंह को शक था कि ये हत्या का मामला है। अगले दिन उन्होंने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई और कृष्ण की पत्नी मनीषा पर हत्या का शक जताया। मामला बेहद पेचीदा था। मौके से ऐसा कोई सबूत या सुराग नहीं मिला, जिसके आधार पर मनीषा को गिरफ्तार किया जाए। आखिर में केस की तफ्तीश एंटी गैंगस्टर यूनिट को सौंपी गई और इस यूनिट ने शक के आधार पर मनीषा को हिरासत में लिया। मनीषा से पूछताछ में मामले का खुलासा हो गया। खुलासे के साथ ही एक बेहद खौफनाक कहानी सामने आई।

मनीषा ने डॉक्टर से सीखा कत्ल का तरीका
दरअसल, कृष्ण की हत्या से करीब 15-20 दिन पहले किसी वजह से मनीषा ने नींद की गोलियां खा लीं थी। उसे तुरंत पास के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां हॉस्पिटल के मालिक और एमबीबीएस डॉक्टर मोहित से मनीषा और उसके प्रेमी ने जान-पहचान बढ़ाई। दोनों ने उसे लालच दिया और भरोसे में लेकर पूछा कि किसी को मारने का वो कौन सा तरीका है, जिससे मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ना आए। डॉक्टर मोहित ने बताया कि अगर एनेस्थीसिया की ओवर डोज का इंजेक्शन दिया जाए, तो नहीं पकड़े जाएंगे। इसके साथ ही उसने इन दोनों को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन भी मुहैया करा दिया। अब मनीषा और देवा ने एक प्लान तैयार किया।

मनीषा, प्रेमी और बेटी ने मिलकर दी मौत
ये प्लान था कृष्ण को रास्ते से हटाने का। अपने इस प्लान में मनीषा ने अपनी नाबालिग बेटी को भी शामिल कर लिया। 12 मई की रात को जब कृष्ण गहरी नींद में सोए थे, तो एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लेकर मनीषा का प्रेमी देवा उनके घर पहुंचा। वहां पहुंचने पर कृष्ण की नाबालिग बेटी ने चुपके से बाहर का दरवाजा खोल दिया। अंदर आकर देवा ने गहरी नींद में सोए कृष्ण को एनेस्थीसिया की ओवर डोज का इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद वो मौके से फरार हो गया। हालांकि, पूछताछ में मनीषा और उसके प्रेमी देवा ने अपना जुर्म कबूलते हुई पूरी कहानी बयां कर दी। पुलिस ने इस मामले में मनीषा, उसके प्रेमी देवा और एमबीबीएस डॉक्टर को रिमांड पर लिया है। वहीं, मनीषा की नाबालिग बेटी को नारी निकेतन भेज दिया गया है।