दिल्ली में पानी की किल्लत, सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग

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नई दिल्ली. दिल्ली में मानसून भले ही आने वाला हो है. लेकिन राजधानीवासी अभी पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. दिल्ली के तमाम इलाकों में खासकर अनाधिकृत कॉलोनियों, पुनर्वास कॉलोनियों और झुग्गी बस्तियों आदि में पीने के पानी की भीषण किल्लत हो रही है. ऐसे में भाजपा के स्थानीय विधायकों ने अपनी विधानसभाओं में केजरीवाल सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करना भी शुरू कर दिया है.

रोहताश नगर विधानसभा में कई महीनों से पीने का पानी ना आने के खिलाफ क्षेत्रीय जनता ने विधायक जितेंद्र महाजन के नेतृत्व में दुर्गापुरी चौक पर प्रदर्शन किया.

बताते चलें कि पिछले कई महीनों से रोहताश नगर विधानसभा के न्यू मॉडर्न शाहदरा, नंद नगरी, रामनगर, वेलकम, ईस्ट रोहताश नगर आदि क्षेत्रों में पीने का पानी नहीं आ रहा है और यदि पानी आ भी रहा है तो बहुत गंदा आ रहा है.

विधायक महाजन के का कहना है कि पिछले कई दिनों में दिल्ली सरकार में जल मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान दिलाने के बाद भी इस विषय में कोई कार्यवाही नहीं की गई.

वहीं, दूसरी ओर पानी ना आने के बावजूद क्षेत्र के कई जल बोर्ड के उपभोक्ताओं को लाखों रुपए के बिल इस कोरोना काल (Corona Era) में भेज दिए गए. प्रदर्शनकारी सुबह 12 बजे दुर्गापुरी चौक पर खाली मटके और बाल्टी लेकर एकत्रित हुए प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार से साफ पानी उपलब्ध कराने की मांग की.

विधायक जितेंद्र महाजन ने कहा दिल्ली सरकार ने 365 दिन 24 घंटे साफ पानी देने का वादा किया था. मगर आम आदमी पार्टी सरकार (AAP Government) अपना यह वादा पूरा करने में विफल रही है. किंतु दिल्ली जल बोर्ड (DJB) द्वारा लाखों रुपए के बिल इस करोना संकट के समय जनता को भेजे जा रहे हैं.

महाजन का कहना था कि यह सब बढ़े हुए बिल माफ किए जाएं और रोहतास नगर विधानसभा में जल्दी से जल्दी पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए. प्रदर्शनकारियों ने दुर्गापुरी चौक पर मटके फोड़कर अपना रोष प्रकट किया. प्रदर्शन में नवीन शाहदरा के जिला अध्यक्ष मास्टर विनोद, निगम पार्षद प्रवेश शर्मा, अजय शर्मा, सुमन लता नागर, रीना माहेश्वरी और भाजपा के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.