मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर से होकर गुजरी गंगा यात्रा के दौरान पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप ने कश्यप समाज को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल कर आरक्षण दिए जाने की मांग की। हरिद्वार से गंगा जलयात्रा लेकर आए पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप ने घोषणा की यदि कश्यप समाज को अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण नहीं तो गंगाजल भी नहीं। उन्होंने बताया कि हरिद्वार के महर्षि कश्यप घाट से वह गंगा जल यात्रा लेकर निकले हैं। दिल्ली में जाकर आरक्षण की मांग करेंगे।
एक माह पूर्व मुजफ्फरनगर के गांव लकडसन्धा में पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप ने अपने सिर पर बिरादरी के लोगों के जूतों की पोटली उठाकर रख ली थी। कहा था कि वह कश्यप समाज को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल कराएंगे। उसे संविधान में प्रदत्त आरक्षण दिलाएंगे। इसके लिए उन्होंने हरिद्वार के महर्षि कश्यप घाट से गंगाजल यात्रा निकालने की घोषणा की थी। 16 मार्च को हरिद्वार से गंगाजल यात्रा लेकर निकले पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप मुजफ्फरनगर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव से पूर्व कहा था कि गंगा मां ने बुलाया है। उन्होंने कहा कि कश्यप समाज जलवंशी समाज है।
गंगा किनारे रहकर अपना जीवन यापन करता है। उन्हें भी गंगा मैया ने कहा है कि उसे दिल्ली ले कर चलो तो वह उन्हें आरक्षण दिलाएगी। उन्होंने कहा कि गंगा मैया की आवाज पर 16 मार्च से गंगा यात्रा निकाल रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से होकर गंगा यात्रा दिल्ली पहुंचेगी। कश्यप समाज को आरक्षण दिलाने की मांग करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 में कश्यप समाज को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने का शासनादेश जारी किए जाने के बावजूद कश्यप समाज को आरक्षण नहीं मिला। चुनाव आते हैं तो वादे किए जाते हैं। लेकिन चुनाव बाद वादे भुला दिए जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कश्यप समाज के लोगों को अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण मिल सकता है, तो उत्तर प्रदेश को क्यों नहीं।