दिल दहल जाए: गैंगरेप के बाद हैवानों ने इतना खून बहाया कि लाल हो गई सड़क, बेजुबान थी तो चिल्ला भी नहीं सकी…

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अलवर। राजस्थान (Rajasthan) के अलवर (Alwar) में दिल्ली की निर्भया जैसी हैवानियत (Nirbhaya Like Cruelty) की घटना सामने आई है। यहां दरिंदों ने मूकबधिर 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप ( Deaf Minor Girl Gang Rape) किया। इसके बाद नुकीली चीज से प्राइवेट पार्ट पर इतने जख्म दिए कि बच्ची खून से लहुलुहान हो गई। इतना ही नहीं, जिस सड़क पर उसे फेंक कर गए, वहां भी आसपास खून बिखरा पड़ा था। बाद में राहगीरों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी और अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता आईसीयू में भर्ती है और 24 घंटे बाद भी हैवानों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है।

शिवाजी पार्क थाना पुलिस के मुताबिक, पीड़ित लड़की तिजारा पुलिया पर मिली थी। वो यहां करीब एक घंटे तक दर्द से तड़पती रही। खून बहने से सड़क लाल हो गई थी। शुरुआत में लगा कि लड़की मानसिक रूप से कमजोर है। बाद में पता चला कि नाबालिग लड़की मूकबधिर है और अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके की रहने वाली है। ये लड़की मंगलवार शाम करीब 4 बजे घर से निकली थी। अभी तक ये पता भी नहीं चल सका कि दरिंदों ने कहां से और कैसे उसका अपहरण किया। फिलहाल, पीड़ित नाबालिग को अलवर से जयपुर के जेके लोन अस्पताल (jk loan hospital jaipur) में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में नाबालिग के परिजन से मिलने राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (sangeeta beniwal), सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश (minister mamta bhupesh) और कई आला अधिकारी पहुंचे।

डॉक्टर्स ने बयां किया दर्द
अस्पताल के डॉ. केके मीणा ने बताया कि नाबालिग का बहुत ज्यादा खून बह चुका था। उसके प्राइवेट पार्ट में काफी बड़ा कट लगा था। किसी नुकीली चीज से ये जख्म किया गया। इसी कारण उसका काफी खून बह गया है। अलवर के अस्पताल में बच्ची को 2 यूनिट खून चढ़ाया गया। इसके बाद एक यूनिट एक्स्ट्रा खून के साथ नाबालिग को अलवर से जयपुर रेफर किया। ऑपरेशन की जरूरत इसलिए हुई, क्योंकि नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में नुकीली चीज डाली गई थी।​​ अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला (jk loan dr arvind shukla) ने बताया कि बच्ची की हालत फिलहाल गंभीर है। ऑपरेशन किया गया है, इसमें प्लास्टिक सर्जन, गायनोकॉलोजिस्ट डॉक्टरों की टीम शामिल थी। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को किसी शॉर्प ऑब्जेक्ट से बुरी तरह जख्मी किया गया है।

15 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं
पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश के लिए घटनास्थल के आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी खाली हैं। अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम (sp tejaswini gautam) ने बताया कि तत्काल पुलिस की 5 पुलिस टीमें मामले की जांच के लिए गठित की गई हैं। पुलिस ने मामले में पोक्सो एक्ट (pocso act) और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

साढ़े 3 लाख की आर्थिक मदद देगी सरकार
नाबालिग के परिवार को सरकार की तरफ से करीब साढे़ 3 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की तरफ से पीड़िता को 5 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। अलवर ग्रामीण के विधायक व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री टीकाराम जूली नाबालिग के परिवार से मिले हैं। उन्होंने पूरी मदद का आश्वासन दिया है।