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नई दिल्ली: हिंदू धर्म में ‘अतिथि देवो भवः’ की परंपरा काफी पुरानी है. अतिथि के प्रति भगवान के समान सम्मान और आदर का भाव रखा जाता है. साथ ही घर में आए मेहमान का श्रद्धापूर्वक सत्कार किया जाता है. विष्णु पुराण में अतिथि से संबंधित कई बातें बताई गई हैं. जो हर इंसान के जीवन में खास महत्व रखती हैं. विष्णु पुराण के मुताबिक घर आए मेहमान से 3 बातें चाहकर भी नहीं पूछनी चाहिए.
शिक्षा से जुड़े सवाल
कुछ लोग घर आए मेहमान के जीवन के बारे में हर एक बात जानना चाहते हैं. अतिथि के जीवन से जुड़ी सामान्य बातें पूछने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन उनसे कभी भी यह नहीं पूछना चाहिए उन्होंने कितनी पढ़ाई की है. अगर वे कम पढ़े-लिखे होंगे तो हो सकता है कि इस सवाल का जवाब देने में असहज महसूस करें. इसलिए अतिथि से यह सवाल नहीं पूछना चाहिए.
आमदनी
आज के समय में आमदनी पर हर इंसान का फोकस होता है. आमतौर पर लोग खुद से अधिक दूसरों की आमदनी जानना चाहते हैं. यह सवाल दूसरे तक तो थोड़ा-बहुत उचित है, लेकिन घर आए मेहमान से यह बात नहीं पूछनी चाहिए. क्योंकि हो सकता है कि इस सवाल से उन्हें शर्मिंगदी महसूस हो.
जाति और धर्म
विष्णु पुराण के मुताबिक घर आए मेहमान से भूलकर भी उनकी जाति या धर्म नहीं पूछना चाहिए. इसके अलावा अतिथि से उनका गोत्र भी नहीं पूछना चाहिए. दरअसल अतिथि से ऐसे सवाल पूछने पर रिलेशन खराब हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.)