क्या आप जानते हैं? फुटबॉल की तरह क्रिकेट में भी है रेड कार्ड, पहली बार इस प्लेयर पर हुई थी कार्रवाई

Do you know? Like football, cricket also has a red card, this player was the first one to face action
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Red Card in Cricket: कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL 2024) में सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स और ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के बीच मैच के दौरान ऑन-फील्ड अंपायर ने पैट्रियट्स की टीम को रेड कार्ड दिखा दिया. इस कारण कप्तान आंद्रे फ्लेचर को आखिरी ओवर में 10 खिलाड़ियों के साथ फील्डिंग करना पड़ा. इसने सबको हैरान कर दिया. आमतौर पर फुटबॉल के लिए रेड कार्ड मशहूर है. यह अन्य खेलों में भी इस्तेमाल होता है, लेकिन क्रिकेट में इसे देखकर लोग हैरान हो गए.

CPL में है रेड कार्ड नियम

कैरेबियन प्रीमियर लीग में 2023 में रेड कार्ड नियम को लागू किया था. टीमों द्वारा अपने ओवर फेंकने में बहुत अधिक समय लेने की समस्या का समाधान करने के लिए इसे लाया गया था. CPL में रेड कार्ड नियम तब लागू होता है जब कोई टीम मैच के दौरान आवश्यक ओवर रेट को बनाए रखने में विफल पाई जाती है. यदि कोई टीम निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने ओवर फेंकने में विफल रहती है, तो एक खिलाड़ी को मैदान से बाहर किया जा सकता है.

क्या पहली बार क्रिकेट में रेड कार्ड दिखाया गया?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या क्रिकेटमें पहली बार रेड कार्ड का इस्तेमाल किया गया है? इसका जवाब है- नहीं. क्रिकेट में इससे पहले भी रेड कार्ड का इस्तेमाल हो चुका है. खिलाड़ियों को अलग-अलग कारणों से इसे दिखाया जा चुका है. फुटबॉल में गलत व्यवहार और हरकत के कारण रेड कार्ड दिखाया जाता है. क्रिकेट में भी कुछ ऐसा ही है. फुटबॉल की तरह क्रिकेट में खेल की गति को बनाए रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया.

क्रिकेट में पहली बार रेड कार्ड कब दिखाया गया?

क्रिकेट में सबसे मजेदार क्षणों में से एक वह घटना है, जब 2005 में अंपायर बिली बोडेन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 मैच में अंडरआर्म गेंद फेंकने के लिए आस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी ग्लेन मैक्ग्रा को रेड कार्ड दिखाया था. मैक्ग्रा ने काइल मिल्स को गेंद फेंकने से पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और अंपायर के साथ लंबी बातचीत की थी. उसके बाद अंडरआर्म बॉल फेक दिया.

1981 में हुआ था बवाल

मैक्ग्रा की इस गलती से बोडेन खुश नहीं हुए और उन्होंने तुरंत अपनी पिछली जेब से रेड कार्ड निकाला और अपने शानदार अंदाज में मैक्ग्रा को दिखा दिया. अंडरआर्म बॉलिंग अवैध है. 1981 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड टीमों के बीच यह एक गरमागरम बहस का विषय बन गया था. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल ने अपने छोटे भाई ट्रेवर को आखिरी गेंद अंडरआर्म फेंकने का निर्देश दिया, जब कीवी टीम को मैच टाई करने के लिए छह रन की जरूरत थी. मैक्ग्रा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मजाकिया अंदाज में उसी घटना को दोहराने की कोशिश की थी.