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इनफर्टिलिटी जैसे गंभीर मुद्दे पर आज भी खुलकर बात नहीं की जाती हैं. खासकर जब बात मेल इनफर्टिलिटी की हो तो इस पर अधिकतर लोग चुप्पी साध लेते हैं. सही जानकारी नहीं मिलने की वजह से इलाज में देरी हो सकती है. इस लेख में मेल इनफर्टिलिटी के कारण के बारे में बताएंगे.
रिट्रोगेड इजेकुलेशन वाली स्थिति में सीमेन बाहर आने की बजाए ब्लैडर में चला जाता है. इसके अलावा समय से पहले इजेकुलेशन हो जाता है जिसे प्रीमैच्योर इजेकुलेशन कहते हैं, ऐसे में स्पर्म एग तक नहीं पहुंच पाता है जिस वजह से मेल इनफर्टिलिटी बढ़ सकती है.
मेल इनफर्टिलिटी का एक कारण स्पर्म काउंट कम होना भी है. स्पर्म क्वालिटी की वजह से भी कंसीव करने में दिक्कत आती है.
मेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम में वेरिकोसीलन जैसी समस्या की वजह से भी मेल इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है.
वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी स्पर्म क्वालिटी में गिरावट आ जाती है.
अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें. समय पर डॉक्टर की सलाह और दवाई की मदद से इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात मिल सकता है.