हिमाचल में जल्द चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव के तारीखों का करेगा ऐलान

Election Commission will soon announce the dates of assembly elections in Himachal
Election Commission will soon announce the dates of assembly elections in Himachal
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Himachal Pradesh Election: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम प्रदेश के दौरे पर है. शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की मौजूदगी में शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में एग्जिबिशन का शुभारंभ किया गया. इसके अलावा टीवी जगत में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले पुलिस जवानों हार्मनी ऑफ पाइन्स की ओर से बनाए गए गाने को भी लांच किया गया.चुनावों को बेहतर ढंग से करवाने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम तीन दिन के हिमाचल के दौरे पर हैं. भारत निर्वाचन की टीम ने शिमला में राजनीतिक दलों,डीजीपी, मुख्य सचिव डीसी और एसपी के साथ निर्वाचन संबंधी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठकें की. इस दौरान भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हिमाचल में स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव करवाए जाएंगे. इसके लिए आयोग पूरी तरह सजग है.

राजीव कुमार ने कहा है कि युवा निर्वाचन आयोग युवा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित कर रहें हैं. स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का मकसद है. उन्होंने कहा कि शिमला में 8 जनवरी 2023 को चुनाव समय अवधि पूरी हो रही है. इससे पूर्व प्रदेश में चुनाव करवाए जाएंगे. प्रदेश में कुल 68 विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें 48 जनरल, 17 एससी, 3 एसटी हैं. वहीं, प्रदेश में कुल 53.8 लाख मतदाता हैं, जिनमें 54 हजार दिव्यांग मतदाता हैं जबकि 1 लाख 27 हजार 662 वृद्ध मतदाता हैं. 1 हजार 294 मतदाता सौ वर्ष से अधिक आयु के हैं.

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 7,881 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाए गए. सभी पोलिंग स्टेशन पर वोटरों को मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, शौचालय सहित अन्य इंतजाम किए जाएंगे. वंही 142 पोलिंग स्टेशन को महिलाओं द्धारा संचालित किया जाएगा. बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता जो मतदान केंद्र पर आने में असमर्थ होंगे वह घर से 12d फॉर्म के माध्यम से नामांकन के बाद अपना वोट डाल सकते हैं. दिव्यांग वोटर के लिए रैंप, व्हील चेयर और वॉलेंटियर भी पोलिंग स्टेशन में मौजूद रहेगा. चुनावों में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए C vigil APP बनाई गई हैं. यह एप चुनावों को निष्पक्ष और पैसे के प्रभाव को कम करने के लिए उपयोगी साबित होगी. कहीं भी अगर कोई गड़बड़ी होती है तो इस एप के माध्यम से शिकायत दी जा सकती है. शिकायत के 100 मिनट के अंदर ही इसपर कार्रवाई होगी.

ईवीएम की निष्पक्षता पर उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि ईवीएम के माध्यम से 2004 से लेकर 142 विधानसभा और 4 लोक सभा चुनाव करवाए जा चुके हैं. इसमें पुरी पारदर्शिता पाई गई है. हर मतदाता को पता होना चाहिए कि वह किसे चुन रहे हैं? उम्मीदवार का किस तरह का पुराना रिकॉर्ड है. प्रत्याशी के अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जागरूक करने के लिए KYC यानि Know Your Candidate एप बनाई गई हैं, जिसमें प्रत्याशी के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध होगी.

अखबारों में भी प्रत्याशी को आपने आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में देना होगा. चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे व शराब का प्रयोग न हो इसका उचित प्रबंध किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बर्फबारी को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग मतदान की डेट तय करेगा. दृष्टि बाधित मतदाताओं के लिए इस बार बैलेट पर बरेल पद्धति का प्रयोग किया जा सके ताकि मतदाता मत का सही प्रयोग कर सके.चुनाव आयोग की ओर से हिमाचल प्रदेश में मतदाता जागरूकता बढ़ाने और प्रतिशतता में इजाफे के लिए काम किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश के शहरी इलाकों में मतदान प्रतिशत पर ग्रामीण इलाकों के मुकाबले कम थी. ऐसे में चुनाव आयोग यह कोशिश कर रहा है कि प्रदेश में मतदान प्रतिशतता बढ़ाई जाए.