छत्तीसगढ़ में DRG जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 2 इनामी नक्सली ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी

Encounter between DRG jawans and Naxalites in Chhattisgarh, 2 prize naxalites killed, search operation continues
Encounter between DRG jawans and Naxalites in Chhattisgarh, 2 prize naxalites killed, search operation continues
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सुकमा. छत्तीसगढ़ के भेजाई इलाके में डीआरजी (District Reserve Guards- DRG) जवानों और नक्सलियों (Naxals) के बीच मुठभेड़ (Encounter) हुई है. इस मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए हैं. सुकमा पुलिस ने कहा कि इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है. बताया गया कि भेजाई थाना इलाके के दंतेशपुरम जंगल में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच ये मुठभेड़ शुरू हुई. जवान अब भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और जंगल में तलाशी अभियान जारी है. सूत्रों के मुताबिक 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली कमांडर मडकम एरा गोलापल्ली और 3 लाख रुपये की इनामी नक्सली नेता एरा की पत्नी पोडियम भीम को डीआरजी जवानों ने मार गिराया.

सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर मुठभेड़ स्थल से हथियार, भारी मात्रा में आईईडी और स्वचालित हथियारों सहित अन्य सामान भी बरामद किया है. लेकिन इस मुठभेड़ और घटनाक्रम के बारे में किसी आधिकारिक बयान से पुष्टि होने का अभी इंतजार है. बताया जाता है कि ये नक्सली ‘अरनपुर’ जैसे हमले को अंजाम देने की फिराक में थे लेकिन उनकी कोशिश नाकाम कर दी गई.

इससे पहले इस महीने की शुरुआत में बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर के पास एक कच्ची सड़क पर माओवादियों ने एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट किया था और घायल जवानों पर गोलीबारी की थी. जिसमें जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के कम से कम 10 कर्मियों और उनके नागरिक ड्राइवर की मौत हो गई थी. जब यह धमाका हुआ तब करीब 200 जवान एक काफिले में लौट रहे थे. पुलिस का मानना है कि इस हमले में 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. लंबे समय के अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ में ये एक बड़ा नक्सली हमला हुआ था, जहां नक्सलियों ने एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का विस्फोट किया. जिसमें 10 सुरक्षाकर्मी और उनके नागरिक चालक शहीद हो गए थे. जबकि पहले इस तरह के हमले लगातार होते रहते थे. सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि राज्य में माओवाद अपने अंतिम चरण में है, इसलिए हताशा में नक्सली इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.