सपना चौधरी के बेटे का नाम क्यों बना चर्चा का विषय? ट्रोल हो रहे हैं सैफ-करीना

Why did the name of Sapna Chaudhary's son become a topic of discussion Saif-Kareena getting trolled
Why did the name of Sapna Chaudhary's son become a topic of discussion Saif-Kareena getting trolled
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नई दिल्ली: सपना चौधरी (Sapna Chaudhary) वैसे तो रोज सुर्खियों में छाई रहती हैं, लेकिन पिछले साल इन दिनों वह अपने बेटे के जन्म के बाद जबरदस्त सुर्खियों में छा गई थीं. 4 अक्टूबर को पिछले साल वह मां बनीं थी, जिसके बाद उनकी गुपचुप शादी को लेकर लोगों ने तरह-तरह के सवाल उठाए, लेकिन उन सवालों का उनके पति वीर साहू (Veer Sahu) ने जबरदस्त जवाब दिया था. बेटे के एक साल होने पर उन्होंने अपने बेटे का नाम रिवील किया. सपना के लाल के नाम के रिवील होने के बाद अब सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) को यूजर्स ट्रोल कर रहे हैं.

सपना चौधरी (Sapna Chaudhary) ने अपने बेटे का नाम पोरस रखा है. उन्होंने हाल ही में एक वीडियो क्लिप शेयर कर बेटे की झलक दिखाई और नाम का खुलासा किया. ये नाम सुनने के बाद यूजर्स ने सैफ अली खान और करीना कपूर को ट्रोल करना शुरू कर दिया. लोग कह रहे हैं, ‘पोरस महान नाम है, उस माता -पिता के लिए सम्मान और बढ़ गया, जिसने ये नाम रखा’. एक अन्य ने लिखा- ‘क्या नाम रखा है पोरस महान… और एक करीना जिसने बेटे को तैमूर नाम दिया है’. एक अन्य ने लिखा- ‘ये सैफीना के लाल को मजा चखाएगा’. एक अन्य ने लिखा, ‘ये सुन अब करीना तैमूर को युद्ध सिखाएगी’.


इस वीडियो में सपना का बेटा जमीन पर गायों के साथ खेलता नजर आ रहा है. बैकग्राउंड में एक वॉयस ओवर सुना जा सकता है, जो उनके पति वीर साहू का है, जिसमें बेहद खूबसूरत शब्दों का चयन किया गया है. उन्होंने कहा- ‘जब-जब कोई विशेष आत्मा इस धरती पर आई है, उसने खलबली मचाई है. मुझे यकीन है तू आम नहीं है, तू आम घर में है, पर तू आम नहीं है. दुनिया की नजरें बुरी हैं इसलिए सरेआम नहीं है. हम तो एक जरिया थे, तू इस माटी का लाल है. तू उस कौम का हिस्सा है, जिसने तैमूर से लेकर सिकंदर तक को थामा है, इसलिए मैं तेरा नाम ‘पोरस’ रखता हूं, तेरे जन्मदिन पर पूरे जहान को बधाई है.’

दरअसल, तैमूर की छवि क्रूर शासक की रही हैं. इतिहास कहता है कि उसने हिंदुओं पर बहुत अत्‍याचार किए थे. वहीं, राजा पोरस, पोरवा के वशंज थे. इतिहासकारों की मानें तो पोरस का कार्यकाल 340 ईसा पूर्व से 315 ईसा पूर्व के बीच माना जाता है. 326 ईसा पूर्व में सिकंदर और पोरस के बीच लड़ाई हुई थी. तक्षशिला के राजा ने सिकंदर के आगे घुटने टेक दिए और सिकंदर से पोरस पर आक्रमण करने के लिए कहा. वह चाहता था कि उसके राज्‍य का विस्‍तार हो. पोरस ने ऐसी लड़ाई लड़ी कि सिकंदर के दांत खट्टे हो गए. हालांकि उन्‍हें पराजय मिली फ‍िर भी सिकंदर की सेना को भी भारी नुकसान पहुंचा. 50 हजार की सिकंदर की सेना का पोरस के 20 हजार सैनिकों ने मुकाबला किया था.