मुजफ्फरनगर शहर में ट्रैक्टर पर सवार होकर निकले किसान, कर दी ये बडी मांग

Farmers came out on tractors in Muzaffarnagar city and made this big demand
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मुजफ्फरनगर। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू ने शहर के मार्गों से ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकाला। मेरठ रोड पर ट्रैक्टरों का लंबा काफिला रहा। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को जगाने के लिए किसान अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। गन्ने का दाम 400 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए।

शुक्रवार को किसान महावीर चौक के निकट राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर एकत्र हुए। जिलेभर से ट्रैक्टरों पर सवार होकर आए किसानों के बीच भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत, सचिव ओमपाल मलिक और जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा पहुंचे। ट्रैक्टर मार्च सरकुलर रोड से होते हुए सुजडू चुंगी पर पहुंचा। यहां से मेरठ-रुड़की रोड पर डीएम आवास के सामने से होते हुए किसान लंबे काफिले में शहर के शिव चौक पर पहुंचे। शिव चौक से झांसी की रानी मार्ग होते हुए प्रकाश चौक पर गए। एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह और एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत को किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मांगपत्र सौंपा गया।

भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि एनजीटी के एनसीआर में ट्रैक्टरों को लेकर नियम में बदलाव नहीं किए गए, तो सड़कों पर इसी तरह ट्रैक्टर चलते रहेंगे। 13 अगस्त तक अलग-अलग जिलों में किसान अपनी मांग ट्रैक्टर मार्च के जरिए रखेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस से लौटने के बाद मुजफ्फरनगर बुलाया जाएगा और सम्मान किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने किसानों के स्तर को उठाने के लिए अपने घोषणा पत्र में तमाम तरह के वायदे भी किए हैं। सरकार को वायदे याद दिलाने के लिए किसान सड़कों पर उतरे हैं। नौ अगस्त को राष्ट्रीय क्रांति दिवस घोषित किया जाना चाहिए।

– एमएसपी गारंटी कानून को तत्काल लागू किया जाए।
– उचित लाभकारी मूल्य के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की जाए।
– देश में अलग से किसान आयोग का गठन किया जाए।
– गन्ने का मूल्य कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए।
– गन्ना बकाया डिजीटल भुगतान की तुरंत व्यवस्था होनी चाहिए।
– यूपी में ट्यूबवेलों पर बिजली मीटर लगाने तत्काल बंद किए जाएं।
– आवारा पशुओं से निजात के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर पशुशालाएं बनाई जाएं।
– छोटी जोत के किसानों के लिए अलग से योजना बनाई जाए।
– बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिया जाए।
– किसानों के नाम पर उद्योगों को दी जा रही सब्सिडी सीधे किसानों को दी जाए।
– जल स्तर को ऊपर उठाने के लिए नदियों को आपस में जोड़ने की योजना का विस्तार किया जाए।

लड़खड़ाई यातायात व्यवस्था, रोडवेज बसों का रूट डायवर्ट
भाकियू की ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा के दौरान कई स्थानों पर जाम के हालात रहे। वाहन चालकों को परेशानी हुई। रूट डायवर्ट कर शहर में यातायात व्यवस्था संभाली गई। कई मार्गों की रोडवेज बसों का रूट भी डायवर्ट किया गया था। इस दौरान शहर की कई सड़कों पर वन वे यातायात व्यवस्था रही।

दोपहर में तिरंगा यात्रा के दौरान पुलिस ने यातायात व्यवस्था संभालने के लिए महावीर चौक व सुजडू चुंगी चौकी के पास बेरिकेडिंग की थी। सरकुलर रोड पर मेरठ की तरफ जाने वाली सड़क की बाई तरफ ट्रैक्टर चले, जबकि सुजडू की तरफ से आने वाली सड़क पर वन वे यातायात व्यवस्था रही। वहीं सुजडू चुंगी से मीनाक्षी चौक, शिव चौक तक भी सड़क पर बाई तरफ ट्रैक्टर और मेरठ की तरफ जाने वाली सड़क पर वन वे व्यवस्था रही।

कुछ देर के लिए मीनाक्षी चौक, शिव चौक, झांसी की रानी, प्रकाश चौक पर जाम के हालात रहे। इस दौरान पुलिस ने वाहनों को रूट बदल कर निकलवाया। एसपी यातायात कुलदीप सिंह ने बताया कि वन वे व्यवस्था कर वाहनों को चलाया गया। जहां जहां से ट्रैक्टर यात्रा निकली, तब वहां कुछ देर के लिए वाहनों को रोक कर ट्रैक्टरों को निकाला गया। मेरठ, बड़ौत, दिल्ली, शामली जाने वाली बसों को दोपहर तक भोपा मार्ग से बाईपास के रास्ते भेजा गया।