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Tirupati Tirumala Balaji: देश-दुनिया में लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र तिरुपति तिरुमाला मंदिर इस समय सुर्खियों में हैं और वजह है बालाजी मंदिर में मिलने वाले लड्डू के प्रसाद में चर्बी और गोमांस होने की बात. नेशनल डेयरी डेवलमेंट बोर्ड ने लड्डू में चर्बी और बीफ होने की पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक तिरुपति बाला जी में लड्डू का प्रसाद बनाने में मछली का तेल, बीफ, चर्बी आदि का इस्तेमाल किया गया है. चौंकाने वाली यह है कि प्रसाद सिर्फ भक्तों में ही वितरित नहीं किया जाता, बल्कि भगवान को भी प्रसाद के रूप में इसी लड्डू का भोग लगाया जाता है.
200 साल पुरानी है परंपरा
तिरुपति बालाजी मंदिर में ये खास तरह का लड्डू का प्रसाद मिलता है. मान्यता है कि इस प्रसाद के बिना बालाजी के दर्शन अधूरे माने जाते हैं. मंदिर में ये लड्डू का प्रसाद बनाने का तरीका काफी अलग है. मंदिर में लड्डू निर्माण के समय पूरी शुद्धता का ध्यान रखा जाता है. तिरुपति मंदिर में लड्डू पोटू एक रसोईघर है, जहां पर लड्डू तैयार किए जाते हैं. बताया जाता है कि पहले प्रसाद बनाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन 1984 के बाद से इसके लिए एलपीजी गैस का इस्तेमाल हो रहा है. माना जाता है कि लड्डू पोटू में रोजाना 8 लाख लड्डूओं का निर्माण किया जाता है.
कैसे बनता है प्रसाद
तिरुपति बालाजी मंदिर में रोजाना बनने वाला लड्डू का प्रसाद एक खास विधि द्वारा बनाया जाता है. इसे दित्तम कहा जाता है. इस प्रसाद को बनाने के लिए बेसन,काजू, किश्मिश, मिश्री, घी, इलायची आदि को मिलाया जाता है. बता दें कि अभी तक दित्तम मे सिर्फ 6 बार बदलाव किए गए हैं. हर रोज प्रसाद तैयार करने के लिए 10 टन बेसन, 10 टन चीनी, 700 किलो काजू, 150 किलो इलायची, 300 से 400 लीटर घी, 500 किलो मिश्री, 540 किलो किश्मिश आदि का इस्तेमाल किया जाता है.