शिमला। हिमाचल कांग्रेस में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर घमासान मचा हुआ है। विधायकों की 6 बजे होने वाली मीटिंग भी अब तक शुरू नहीं हो पाई है। अब तक 13 विधायक ही कांग्रेस ऑफिस पहुंचे हैं। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, ऑब्जर्वर भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा भी शिमला पार्टी ऑफिस पहुंच गए हैं। इधर प्रतिभा सिंह समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय घेर लिया और जमकर नारेबाजी की।
मीटिंग के लिए प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के अलावा CM कुर्सी के दो अन्य दावेदार धनीराम शांडिल और राजेंद्र राणा कांग्रेस कार्यालय आ चुके हैं। इनके अलावा मोहनलाल ब्राक्टा, नंदलाल, हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, जगत सिंह नेगी, सुंदर ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो और आरएस बाली ही प्रदेश कार्यालय पहुंच पाए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री पद के दूसरे बड़े दावेदार सुखविंदर सुक्खू समर्थक विधायक कांग्रेस कार्यालय पहुंचने लगे हैं। सुक्खू भी प्रदेश प्रभारी और दोनों ऑब्जर्वर के साथ ऑफिस पहुंचे। इससे पहले दोपहर तीन बजे होने वाली मीटिंग सुक्खू समर्थक विधायकों के न आने से 6 बजे की गई थी। सुक्खू अपने 18 समर्थक विधायकों के साथ अनट्रेसेबल थें।
ऑब्जर्वर गर्वनर से मिले, स्थानीय नेताओं को नहीं ले गए
मुख्यमंत्री पद के लिए प्रदेश के 6 नेता दावा कर रहे हैं। इस बीच, नाटकीय मोड़ तब आया जब हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ प्रदेश का एक भी नेता मौजूद नहीं था।
राजभवन में प्रदेश के नेताओं की गैरमौजूदगी पर प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सफाई दी है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी ने फिलहाल औपचारिक तौर पर गवर्नर के पास सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस हाईकमान की ओर से भेजे गए कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने गवर्नर से मुलाकात क्यों की? इन्होंने गर्वनर को कौन सी चिट्ठी सौंपी?
प्रतिभा सिंह के मुताबिक, उन्हें नहीं पता कि कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल को क्या लैटर दिया। उनकी जानकारी के मुताबिक अभी बघेल, हुड्डा और शुक्ला विधायकों के साथ बैठक कर उनकी राय लेंगे और उसके बाद पार्टी हाईकमान को जानकारी देंगे। हाईकमान के निर्देश के बाद ही पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
अलग-अलग होटलों में विधायकों की मीटिंग
इससे पहले बघेल समेत तीनों केंद्रीय नेताओं ने दोपहर करीब 1 बजे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह से होटल में ही बैठक की। इसके बाद प्रतिभा सिंह सीधे अपने निजी आवास हॉली-लॉज चली गईं। दूसरी ओर कांग्रेस के सभी विधायक शिमला के अलग-अलग होटलों में जुटे हैं। वे अलग-अलग गुटों में मीटिंग कर रहे हैं।
इधर, विधायक दल की मीटिंग में हो रही देरी से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जमा प्रतिभा सिंह के समर्थक नाराज हो गए हैं। उन्होंने कांग्रेस ऑफिस में ही नारेबाजी शुरू कर दी। इनकी मांग है कि प्रतिभा सिंह को तुरंत विधायक दल का नेता घोषित किया जाए।
पहले चंडीगढ़ में बुलाई थी बैठक
इससे पहले गुरुवार को आए रिजल्ट में राज्य की 68 सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटें मिली हैं, जो बहुमत यानी 35 से पांच ज्यादा हैं। वहीं भाजपा को 25 सीटे मिली हैं। 3 सीटों पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने खरीद-फरोख्त रोकने के लिए गुरुवार को चंडीगढ़ में विधायकों की बैठक बुलाई थी। मगर, देर शाम तक बैठक की जगह शिमला कर दी गई।
CM के यह दावेदार कर रहे लॉबिंग
CM पद के दावेदार नेता बीती रात बैठकें करते रहे। प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह अपने-अपने लिए लॉबिंग करने में जुटे हैं, मगर इन पर सहमति नहीं बनने की सूरत में हाईकमान किसी विवाद से बचने के लिए राजेंद्र राणा ठाकुर, ज्वाली से चंद्र कुमार, सोलन से धनीराम शांडिल के नाम पर भी चर्चा कर सकती है।
प्रतिभा सिंह के CM बनाने पर इसलिए संशय
प्रतिभा सिंह वर्तमान में प्रदेशाध्यक्ष के साथ साथ मंडी संसदीय हलके से सांसद भी है। ऐसे में पार्टी यदि उन्हें CM बनाती है तो कांग्रेस मंडी में उप चुनाव का रिस्क नहीं लेना चाहेगी, क्योंकि मंडी जिले की 10 में से 9 सीटें जीत BJP ने दमदार प्रदर्शन किया है। भाजपा सरकार में CM रहे जयराम ठाकुर ने यहां 37 हजार से ज्यादा के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की।
डिप्टी CM की मांग कर सकते हैं होली लॉज समर्थक
सूत्र बताते हैं कि होली लॉज को छोड़ दूसरे गुट से CM बनने पर उनके समर्थक विक्रमादित्य सिंह को डिप्टी CM बनाने की मांग भी कर सकते हैं। विक्रमादित्य हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। ऐसा हुआ तो राज्य में पहली बार CM के साथ डिप्टी CM होगा।