टीकरी बॉर्डर पर किसानों के बीच संग्राम, दो किसानों को जमकर पीटा, फाड डाला सिर

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बहादुरगढ़। सोमवार रात लाठी-डंडों से लैस करीब 10 लोगों ने संयुक्त किसान मोर्चा से निलंबित पंजाब किसान सभा के मुखिया रुलदू सिंह मानसा के टीकरी बार्डर स्थित एक ट्राली टेंट में घुसकर दो किसानों को जमकर पीटा, जिसमें से एक किसान के सिर में 15 टांके लगे हैं। बताया जा रहा है कि हमलावरों के टारगेट रुलदू सिंह थे।

टीकरी बार्डर पर तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलनरत है। सोमवार रात सेक्टर-9 सामुदायिक केंद्र के पास अपने ट्रॉली-टेंट में सो रहे दो किसानों को करीब 10 लठैतों ने जमकर पीटा। इसमें मानसा के गुरविंदर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर में 15 टांके लगे हैं। उनके आंख, कान, हाथ और पांव में भी चोटें आई हैं।

एक अन्य किसान जसबीर के हाथ में चोट आई है। हमलावरों के जाने के बाद साथी किसान घायलों को नागरिक अस्पताल ले गए। यहां टांके लगाने के बाद गुरविंदर को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। मंगलवार सुबह पीजीआई से गुरविंदर को छुट्टी दे दी गई। वहां से उसे धरनास्थल लाया गया।

इस मामले को रुलदू सिंह मानसा के पिछले दिनों खालिस्तान मूवमेंट के गुरपतवंत पन्नू की आलोचना से जोड़कर देखा जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने रुलदू के बयान को भड़काऊ मानकर 15 दिन के लिए मोर्चा से निलंबित कर दिया था। किसानों ने बताया कि हमलावर रुलदू सिंह को ढूंढते हुए टेंट में आए थे। वे पंजाबी बोल रहे थे। उन्होंने पूछा कि रुलदू मानसा कहां है। जब किसानों ने कहा कि उन्हें नहीं पता तो उन पर हमला बोल दिया।

एक अन्य मामले के अनुसार, आंदोलन के बीच ही झगड़े में घायल हुए किसान जोगेंद्र को पीजीआई रोहतक ले जाया गया। मंगलवार को उसके परिजन उसे पंजाब में अपने घर ले गए। पुलिस ने इस झगड़े के बारे में सूचना से इनकार किया है। इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि जोगेंद्र किस झगड़े में जख्मी हुआ।