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पटना। जब दोनों की नजरें मिलीं और फिर दिल तो जातियों का बंधन नहीं दिखा। बिहार में जातीय जनगणना के साथ जाति की बात स्वाभाविक है और यही इस ट्रिपल मर्डर के पीछे की एक बड़ी वजह भी। लड़की ब्राह्मण और लड़का पासी। लड़की के परिवार को यह रिश्ता नागवार गुजरा, लेकिन येन-केन-प्रकारेण दोनों ने शादी रचा ली। प्रेमिका से पत्नी बनी दुर्गा झा जबतक साथ थी, आशीष चौधरी उर्फ छोटू का गुस्सा नियंत्रित था। जब प्रेमिका ने दूसरे की ओर रुख किया तो उसके घर वालों ने भी उसी का साथ दिया। इसी बहाने आशीष से दुर्गा की दूरी पर दोतरफा लड़ाई शुरू हुई। लेकिन, इस दूरी के लिए दुर्गा झा और उसका पूरा परिवार निशाने पर आ गया। लखीसराय में इस पूर्व प्रेमिका (चुपके से शादी वाली) और उसके दो भाइयों की जान 9 एमएम पिस्टल से जान लेने वाला आशीष अबतक पुलिस गिरफ्त में नहीं आया है। इस हत्याकांड के लाइनर और हथियार उपलब्ध कराने वाले तक पुलिस पहुंच चुकी है, गिरफ्तारी भी दिखा रही है। लेकिन, सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है मर्डर के पहले आशीष की लिखी लंबी चिट्ठी।
मर्डर के पहले लिखा- तांडव होगा
आमतौर पर लोग सुसाइड से पहले लेटर लिखते हैं, लेकिन यह मर्डर के पहले लिखी गई चिट्ठी है। अब तक इस केस में प्रेमिका समेत तीन की मौत हो चुकी है। हत्यारा आशीष चौधरी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है, लेकिन उसकी 15 पन्नों की चिट्ठी पुलिस ने मीडिया के सामने लाई है। यह एक कॉपी में लिखी गई चिट्ठी है, जिसमें 20 नवंबर 2023 की तारीख के साथ लिखा गया है कि जो कुछ भी हुआ है या होगा उसका जिम्मेदार सिर्फ मैं हूं और कोई नहीं। चिट्ठी के अंत में उसने लिखा है कि मन को स्थिर करने के लिए तीर्थ कर आया, लेकिन अब भी शांति नहीं मिली। अब तांडव होगा।
कुछ नहीं बचा है…सबकुछ लिखा
इस चिट्ठी में 14 मार्च 2021 से अपनी मानसिक परेशानी का जिक्र करते हुए आशीष ने लिखा कि अब मेरे जीवन में कुछ नहीं बचा है। जर, जोरू, जमीन… कुछ नहीं मेरे पास। मेरे जीवन से मेरी बहुमूल्य मां चली गई, जो जड़ थी। जोरू यानी मेरी बीवी ने मेरी जिंदगी नरक बना दी। और जोरू के लिए डिप्रेशन में मैंने जमीन बेच दी। इस चिट्ठी में आशीष ने लिखा है कि उसने दुर्गा झा से कैसे प्रेम किया, कैसे पटना में उससे शादी की, कैसे उसे ज्वेलरी शोरूम में नौकरी दिलवाई। उसने यह भी लिखा है कि कैसे उसे पता चला की शादी से पहले भी दुर्गा झा का किसी और से रिश्ता था। आशीष के अनुसार उससे शादी के बाद दुर्गा का किसी तीसरे से रिश्ता उसके सामने आया तो वह टूट गया। आशीष के अनुसार दुर्गा के जिस परिवार ने बाद में उसकी शादी को स्वीकार कर लिया था, उसी परिवार के लोगों ने दूसरे लड़के के पक्ष में आकर मुझे वापस अकेला छोड़ दिया। आशीष के अनुसार जब दुर्गा ने 14 मार्च 2021 को पूरे मोहल्ले के सामने उसे गालियां दीं और यह कहा कि वह उसके साथ टाइम पास कर रही थी तो वह टूट गया।