मुजफ्फरनगर से प्रयागराज के लिए रवाना हुए किसान गौरव टिकैत बोले- चिंतन शिविर में गन्ना मूल्य व आवारा पशुओं की समस्या पर होगी चर्चा

Gaurav Tikait, a farmer who left for Prayagraj from Muzaffarnagar, said - there will be a discussion on sugarcane price and the problem of stray animals in the contemplation camp.
Gaurav Tikait, a farmer who left for Prayagraj from Muzaffarnagar, said - there will be a discussion on sugarcane price and the problem of stray animals in the contemplation camp.
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मुजफ्फरनगर। गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग और किसानों की दूसरी समस्याओं को लेकर प्रयागराज में भारतीय किसान यूनियन के तत्वावधान में चल रहे चिंतन शिविर के लिए मुजफ्फरनगर से सैकड़ों किसान सोमवार रात नौचंदी एक्सप्रेस से प्रयागराज के लिए रवाना हुए। उनके साथ भाकियू युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत शामिल रहे।

गौरव टिकैत ने बताया की वहां तीन दिन तक चलने वाले चिंतन शिविर में किसानों की समस्याओं को लेकर आगामी 6 महीने की रणनीति बनाई जाएगी। चिंतन शिविर में किसानों की मौजूदा समस्याओं पर भी चर्चा होगी। किसानों की समस्या निराकरण के लिए जो आंदोलन किए जाने हैं। उसकी शुरुआत भी वहीं से होगी। गौरव टिकैत ने बताया कि आगामी 28 जनवरी को मुजफ्फरनगर मे पंचायत की बात है। गन्ना मूल्य बढ़ाने को लेकर मांग के लिए आंदोलन होना है। उस पर भी चिंतन शिविर में ज्ञान चर्चा होगी।

छुट्टा पशुओं से किसान बहुत परेशान
बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि की गई है। इसके अलावा छुट्टा पशुओं से किसान बहुत परेशान हैं। खेतों में घुसकर आवारा पशु उसकी सारी फसल खा जाते हैं। इस मुद्दे पर भी चिंतन होना है। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है किसानों को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों पर किसान चिंतन शिविर में चिंतन किया जाएगा, और इसके लिए आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी।

चिंतन शिविर में राष्ट्रीय स्तर के नेता मौजूद रहेंगे
यह चिंतन शिविर प्रयागराज में आगामी 18 जनवरी तक चलेगा। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर के बुढाना में चल रहे किसानों के आंदोलन मे 18 जनवरी को पंचायत बुलाई गई है। इस चिंतन शिविर में राष्ट्रीय स्तर के नेता मौजूद रहेंगे और सभी अपनी-अपनी समस्याए चिंतन शिविर में रखेंगे। उन्होंने कहा कि सभी की समस्याएं अलग-अलग हैं और राष्ट्रीय कार्यकारिणी में होने वाले फैसलों के बाद राष्ट्रपति को किसानों की मांगों के सम्बन्ध मे एक ज्ञापन भेजा जाएगा।